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टीबी मुक्त पंचायत अभियान पहले चरण में जिले के नौ प्रखंड अंतर्गत कुल 18 पंचायत होंगे चिह्नित




टीबी मुक्त पंचायत अभियान :

  • पहले चरण में जिले के नौ प्रखंड अंतर्गत कुल 18 पंचायत होंगे चिह्नित
  • चिह्नित पंचायतों में डोर टू डोर संचालित होगा सघन रोगी खोज अभियान
  • प्रखंडवार चिह्नित पंचायतों की सूची विभाग को जल्द उपलब्ध करायें अधिकारी
अररिया, 13 अक्टूबर ।

Son of Simanchal Gyan Mishra


जिले में टीबी मुक्त पंचायत अभियान के सफल क्रियान्वयन की कवायद शुरू हो चुकी है। जिलास्तर पर इसे लेकर सभी जरूरी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। अभियान के पहले चरण में जिले के सभी प्रखंडों से दो-दो पंचायत चिह्नित किये जायेंगे। जहां प्रति एक हजार आबादी पर पचास लोगों की टीबी जांच की जायेगी।  इसमें दो या दो से कम मरीज मिलने सहित निर्धारित अन्य शर्तों को पूरा करने के बाद संबंधित पंचायत को टीबी मुक्त पंचायत घोषित करने की दिशा में जरूरी पहल की जायेगी। 

प्रत्येक प्रखंड के दो पंचायत होंगे चिह्नित -

जिला टीबी समन्वयक सह निक्षय मित्र योजना के नोडल अधिकारी दामोदर शर्मा ने बताया कि अभियान के तहत चिह्नित पंचायत के प्रत्येक गांव में डोर टू डोर सघन रोगी खोज अभियान संचालित किया जायेगा।  निर्धारित चार दिनों में एक पंचायत का सर्वे पूरा करना है। प्रत्येक एक हजार आबादी पर सर्वे के लिये दो सदस्यों की टीम प्रतिनियुक्त की जायेगी। इसमें आशा व एनटीईपी के एक कर्मी शामिल होंगे। सर्वे के क्रम में संभावित मरीजों को चिह्नित किया जायेगा। दूसरे दिन जांच के लिये सैंपल प्राप्त करते हुए इसे नजदीकी डीएमसी में माइक्रोस्कोपिक जांच के लिये भेजा जायेगा। 

चिह्नित पंचायतों की सूची करायें जल्द उपलब्ध- 

सीडीओ डॉ वाईपी सिंह ने बताया कि प्रखंडवार चिह्नित पंचायतों की सूची जल्द उपलब्ध कराने के लिये सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देशित किया गया है। चिह्नित पंचायतों के जनप्रतिनिधियों के साथ प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित करने व इसमें संबंधित बीडीओ, बीपीआरओ, मुखिया, सीएचओ, एनटीईपी कर्मी, सहयोगी संस्था के प्रतिनिधि, एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। 





माइक्रोप्लान का निर्माण, सघन रोगी खोज अभियान के लिये निर्धारित तिथि व इससे संबंधित प्रपत्र पांच दिनों के अंदर जिला यक्ष्मा कार्यालय को उपलब्ध कराने के लिये कहा गया है। जिलास्तरीय अधिकारियों की टीम द्वारा सघन रोगी खोज अभियान के पश्चात उपलब्ध कराये गये दावों की समीक्षा की जायेगी। समीक्षोपरांत संबंधित पंचायत को टीबी मुक्त घोषित करने की पहल की जायेगी। 

पंचायतों के चयन में रखें इन बातों का ध्यान -

सिविल सर्जन विधानचंद्र सिंह ने बताया कि टीबी रोग के प्रति समुदाय स्तर पर व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने, संभावित रोगियों को जांच व इलाज के लिये प्रेरित करने के उद्देश्य से टीबी मुक्त पंचायत अभियान बेहद महत्वपूर्ण है। अभियान के तहत वैसा एक पंचायत चयन किया जाना है। जहां मरीजों की संख्या अधिक है। वहीं दूसरा पंचायत वैसा होगा जहां औसतन मरीजों की संख्या कम है। पंचायतों के चयन में वैसे पंचायतों को प्राथमिकता दी जानी है। जहां के जनप्रतिनिधि अभियान में सक्रिय सहयोग के लिये तत्पर हों। साथ ही एचडब्ल्यूसी में कार्यरत सीएचओ व उनकी टीम का कार्य इस दिशा में सराहनीय रहा हो। इसके अलावा डीएमसी की सुगमता के आधार पर पंचायतों के चयन को प्राथमिकता देने का निर्देश उन्होंने संबंधित स्वास्थ्य अधिकारियों को दिया।