अररिया जिला के सिखटी प्रखंड व कुर्साकाटा प्रखंड को जोड़ने वाला पड़रिया पुल अपने निर्माण के दौरान ही नदी के गर्भ में समा गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर विभागीय अधिकारी के आंखों पर संवेदक की मेहरबानी का पर्दा नहीं पड़ता तो आज बकरा नदी पर बन रहा पड़रिया पुल नदी के गर्भ में नहीं समाता.जिस पुल पर आवागमन के लिए वर्षों से लोग प्रतीक्षारत हैं।
बकरा नदी पर बन रहा सिखटी प्रखंड व कुर्साकाटा प्रखंड को जोड़ने वाला पड़रिया पुल अपने निर्माण के दौरान ही नदी के गर्भ में समा गया। लोगों ने कहा कि यह पुल जब बना तो पहली बार नदी का किनारा बाढ़ के कारण दूर हो गया था।इसके बाद 12 करोड़ रुपए की लागत से नदी को किनारे तक को जोड़ने के लिए पुल का निर्माण शुरू हुआ लेकिन विभागीय लापरवाही व संवेदक की अनियमितता पूर्वक कार्य के कारण पुल बकरा नदी के गर्भ में समा गया और करोड़ रुपए का नुकासन के साथ साथ लोगों को उम्मीदें भी पुल के बहने के साथ साथ बह गई।
ख़बर से संबंधित वीडियो देखें 👆
0 टिप्पणियाँ
if you have any doubts, please let me know.