अरारिया से ज्ञान मिश्रा की रिपोर्ट:
एस०जी० सेंटर सेंटर फैंसी मार्केट के निदेशक व प्राइवेट कोचिंग एसोसिएशन इंडिया के संस्थापक राशिद जुनैद ने कहा कि भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद की याद में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस प्रत्येक वर्ष 11 नवंबर को मनाया जाता है। लेकिन इस वर्ष शैक्षणिक संस्थानों में कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जा सकें।
मौलाना कलाम देश के प्रथम शिक्षा मंत्री के तौर पर देश के शिक्षा में बड़ा योगदान रहा है उन्होंने प्राथमिक, माध्यमिक शिक्षा के साथ-साथ औद्योगिक एवं टेक्निकल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए आईटीआई की भी स्थापना की! उन्होंने ही 14 वर्ष तक की आयु के बच्चों के लिए मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा की सबसे पहले वकालत की!
मौलाना कलाम गांधीवादी विचारधारा के थे जिस कारण गांधीजी के काफी करीबी माने जाते थे और संपूर्ण देश के लोगों का उन्हें अपार स्नेह मिलता था वही देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद उनकी बुद्धि के इतने कायल थे कि बतौर प्रधानमंत्री रहते हुए वह मौलाना अबुल कलाम आजाद से मिलने जाते थे और देश की नीतियों पर चर्चा करते थे मौलाना कलाम का जीवन शैली छात्र- छात्राओं व युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है!