मधुबनी -लदनियां से हरिश्चन्द्र यादव की रिपोर्ट
लदनियां प्रखंड की खोजा पंचायत की वार्ड संख्या 1 व 2 में बरती गई वित्तीय अनियमितता मामले में बीपीआरओ नरेन्द्र प्रसाद ने बीडीओ अखिलेश्वर कुमार को आवेदन दिया है। आवेदन के अनुसार वार्ड एक व दो में बिना सक्षम प्राधिकार की अनुमति के जेई ने प्राक्कलन का पुनरीक्षण किया और तकनीकी सहायक ने पुनरीक्षित प्राक्कलन के अनुसार मापीपुस्त कर दी, जो नियम विरुद्ध कदम है। ऐसे कदम को निष्फल व्यय व राशि के दुरुपयोग की श्रेणी में रखा गया है। हुए खुलासे के अनुसार वार्ड 1 में नलजल योजना की प्राक्कलित राशि 11,85,400 को जेई ने पुनरीक्षित कर 17,76,700 किया और उसी को आधार मानकर तकनीकी सहायक सुश्री ममता ने मूल्यांकनोपरांत 17,17,984 की मापीपुस्त कर दी। इस योजना मद से सोरह लाख राशि डब्ल्यूआईएमसी के खाते में अंतरित कर निकासी कर ली गई। इसी प्रकार वार्ड दो की नलजल योजना की प्राक्कलित राशि 13,36,080 थी, जिसे पूर्व के जेई उदयशंकर झा ने नियम विरुद्ध पुनरीक्षित कर 16,05,900 कर दिया, जिसे आधार मानकर तकनीकी सहायक ममता ने 15,18,612 रुपये की मापीपुस्त कर दी। इसमें काम के नाम पर 14 लाख की निकासी की गई है। इन दोनों योजनाओं में बड़े पैमाने पर लूट की गई है। जबकि कार्य में प्राक्कलन की अनदेखी की गई है। इसके लिए मुखिया ममता देवी, पंचायत सचिव बालेश्वर मंडल, जेई श्री झा वार्ड एक की डब्ल्यूआईएमसी की अध्यक्ष सुमैन खातुन, सचिव रामसगुन यादव वार्ड दो के अध्यक्ष रामावतार पासवान, सचिव शिवकुमार सुमन व तकनीकी सहायक सुश्री ममता की संलिप्तता प्रमाणित कर बीपीआरओ नरेन्द्र प्रसाद सिंह ने बीडीओ श्री कुमार को कार्रवाई की अनुमति के लिए पत्र प्रेषित किया है। विदित हो कि मुख्यमंत्री नलजल योजना में ड्ब्ल्यू आईएमसी के अध्यक्ष व सचिव द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी को शिकायती आवेदन दिया गया था। शिकायत के आलोक में हुई जांच में कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए थे। विदित हो कि प्रखंड की दर्जनों नलजल योजनाओं में वितीय अनियमितता उजागर होने के बाद भी महथा पंचायत को छोड़ किसी के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की गई है।