- कैंसर से डरने की नहीं, सभी को मिलकर लड़ने की ज़रूरत है - पारस एचएमआरआई
- पारस एचएमआरआई में विश्व कैंसर दिवस कार्यक्रम का आयोजन
पटना। विश्व कैंसर दिवस पर पारस एचएमआरआई, पटना में शनिवार (08 फरवरी) को कैंसर के प्रति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पारस एचएमआरआई और कैंसर अवेयरनेस सोसाइटी के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में कैंसर से बचने के उपाय, इसके उपचार और अन्य पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। इसमें एनसीसी के कैडेट्स, अलय फातिमा नर्सिंग कॉलेज की छात्राएं, बी एड की छात्र-छात्राएं और आंगनबाड़ी सेविकाएं भी शामिल रहीं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पारस एचएमआरआई के डायरेक्टर जेनेरल सर्जरी डॉ. एए हई ने कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार 1 साल में लगभग 15 लाख लोग कैंसर की चपेट में आते हैं। खानपान और दिनचर्या में सुधार लाकर और अल्कोहल जैसी चीजों से दूरी बनाकर कैंसर के 50 प्रतिशत तक मामलों को रोका जा सकता है।
इस मौके पर सीनियर कंसल्टेंट व एचओडी रेडिएशन ओन्कोलॉजी एंव कैंसर अवेयरनेस सोसाइटी के *सचिव डॉ. शेखर कुमार केशरी* ने कहा कि कैंसर से बचने के लिए यह जरूरी है कि गुटखा, बीड़ी, सिगरेट या अल्कोहल जैसी किसी भी तरह की नशीली पदार्थ का सेवन न करें। आज मुँह और गले का कैंसर, स्तन के कैंसर और बच्चेदानी के कैंसर से लोग ज्यादा पीड़ित होते हैं। फेफड़े और पित्ताशय के कैंसर के मरीज़ों की संख्या भी कम नहीं है ।बच्चेदानी के कैंसर से बचने के लिए वैक्सीन उपलब्ध है जो ९-४५ वर्ष की बच्चियाँ और महिलाओं को उचित सलाह के बाद अवश्य लगवानी चाहिए ।कैंसर कोई छूआछूत की बीमारी नहीं है और ना कि इसका इलाज संभव नहीं है। ज़रूरत है सही समय पर डायग्नोसिस और बिशेषज्ञ से मिलकर उचित इलाज । सही लाइफस्टाइल, हेल्थ चेक अप, स्क्रीनिंग व प्रारंभिक लक्षणों को पहचान कर कैंसर को होने से रोका जा सकता है ।
इस कार्यक्रम में एचओडी मेडिकल ओन्कोलॉजी डॉ. अभिषेक आनंद, मुख्य कंसल्टेंट मेडिकल ऑनकोलॉजी डॉ. आर.एन. टैगोर ने भी अपने विचार रखे। वहीं सीनियर कंसल्टेंट हेड एंड नेक सर्जरी ओन्कोलॉजी डॉ. मिताली दांडेकर लाल, कंसलटेंट ऑनकोसर्जन डॉ. रुपेश कुमार सिंह, डॉ. मोसर्रत शाहीन, डॉ. शिव शंकर मिश्रा, डॉ. चिन्मय बिसवाल एंव डॉ. मोफिजुर रहमान आदि उपस्थित थे।
पारस हेल्थ के जोनल डायरेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि “ हमारा मकसद है कि ज्यादा – से- ज्यादा और दूर-दराज के लोगों तक कैंसर से जुड़े जागरूकता संदेशों को पहुंचाया जाय। इसलिए इस कार्यक्रम में अन्य सामाजिक संगठनों को भी आमंत्रित किया गया।
पारस एचएमआरआई के बारे में
पारस एचएमआरआई पटना ने 2013 में परिचालन शुरू किया। यह बिहार का पहला कॉर्पोरेट अस्पताल है जिसके पास परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड द्वारा लाइसेंस प्राप्त कैंसर उपचार केंद्र है और सभी तरह के कैंसर का इलाज किया जाता है । जून 2024 में एक्सेस किए गए एनएबीएच पोर्टल के अनुसार, पारस एचएमआरआई अस्पताल, पटना 2016 में एनएबीएच मान्यता प्राप्त करने वाला बिहार का पहला अस्पताल था। 30 सितंबर 2024 तक इस अस्पताल की बेड क्षमता 350 बेडों की है, जिसमें 80 आईसीयू बेड शामिल हैं।