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श्री भुवनेश कुमार, आईएएस, ने दो दिवसीय विश्वसनीय साइबरस्पेस के लिए सुरक्षा इंजीनियरिंग पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का किया उद्घाटन।





श्री भुवनेश कुमार, आईएएस, अतिरिक्त सचिव, भारत सरकार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, 29 फरवरी, 2024 से 01 फरवरी तक दो दिवसीय "विश्वसनीय साइबरस्पेस के लिए सुरक्षा इंजीनियरिंग पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी" का उद्घाटन करने के लिए ऐतिहासिक शहर नालंदा में थे। मार्च, 2024. वह क्रिप्टोग्राफी पर रोडमैप भी जारी करेंगे। इस अवसर पर उन्होंने "रैंसमवेयर की रणनीति, तकनीक और प्रक्रियाओं को समझना - 1989 से 2023" पुस्तक का भी विमोचन किया। भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव श्री भुवनेश कुमार ने GANGA और GLAMS-CI नाम से दो साइबर सुरक्षा समाधान भी लॉन्च किए। सी-डैक पटना द्वारा विकसित। ये MeitY के साइबर सुरक्षा समूह में अनुसंधान एवं विकास द्वारा शुरू किए गए अनुसंधान के परिणाम हैं ।
सी-डैक पटना में वैज्ञानिक 'जी' और समूह समन्वयक (साइबर सुरक्षा और यूआईडीएआई में अनुसंधान एवं विकास) सुश्री तूलिका पांडे की अध्यक्षता में ये अनुसंधान का कार्य किया गया है ।




श्री आदित्य कुमार सिन्हा, वैज्ञानिक 'जी' और निदेशक, सी-डैक पटना और कोलकाता ने बताया कि सी-डैक पटना सी-डैक का सबसे नया केंद्र है, जिसका मुख्यालय पुणे में है, इसकी स्थापना बिहार राज्य की सेवा के लिए वर्ष 2020 में की गई थी। और भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सुरक्षा और फोरेंसिक, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), ड्रोन टेक्नोलॉजी और क्वांटम टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में। इस अवसर पर राज्य और केंद्र के कई गणमान्य व्यक्ति अपनी उपस्थिति से शोभा बढ़ाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि भारत सरकार के पीएसए कार्यालय और पूर्व निदेशक, एसएजी, डीआरडीओ, डॉ. पी.के. भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे और ज्ञानवर्धक सत्र देंगे। 




श्री सिन्हा ने कहा कि संगोष्ठी युवा वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, छात्रों, केंद्र और राज्यों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ-साथ सशस्त्र बलों के लिए एक सुरक्षित और विश्वसनीय साइबर पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी। इस अवसर पर बिहार पुलिस, सी-डैक केंद्रों, एमईआईटीवाई, विश्वविद्यालयों और आईआईटी पटना, इंजीनियरिंग कॉलेजों के अधिकारियों और कर्मचारियों सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। संगोष्ठी में सरकारी विभागों, उद्योगों, स्टार्ट-अप और शिक्षा जगत से संबंधित प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय वक्ताओं के उपयोगी सत्र होंगे। इस संगोष्ठी से भारत के डिजिटल स्थान को सुरक्षित करने में युवा दिमागों के लिए एक ज्ञान मंच बनने की उम्मीद है।