👆 प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते रोहतास एसपी आशीष भारती
- एसपी की प्रेस कांफ्रेंस में हुआ बड़ा खुलासा
- विभागीय सहायक अभियंता ने कराई पुल की चोरी
- सहायक अभियंता समेत आठ गिरफ्तार, पुल के अवशेष बरामद
सासाराम | जिला संवाददाता
रोहतास जिले के नासरीगंज प्रखंड अंतर्गत अमियावर गांव के बहुचर्चित सोन नहर पुल चोरी कांड में पुलिस की एसआईटी को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। इसका खुलासा रविवार को जिला पुलिस कप्तान आशीष भारती ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से किया। एसडीपीओ बिक्रमगंज शशिभूषण सिंह के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने पुल चोरी में संलिप्त सात लोगों को विभिन्न जगहों से धर दबोचा। साथ ही पुल के दस टन लोहे के अवशेष भी बरामद कर लिए हैं। इसके अलावा पुलिस ने चोरी में इस्तेमाल होने वाली जेसीबी, अवशेष ढोने वाली पिकअप, दो गैस कटर और दो गैस सिलींडर भी बरामद कर लिए।
वहीं चोरी में मुख्य भूमिका अदा करने वाला एक मौसमी कर्मचारी ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस को बयान दिया कि सोन नहर अवर प्रमंडल नासरीगंज के एसडीओ(सहायक अभियंता) राधेश्याम सिंह ने पुल की चोरी करवाई है। मौसमी कर्मचारी अरविंद ने अपने बयान में कहा है कि साहब ने गत 02 अप्रैल को आदेश दिया था कि साइट पर जाकर पुल को कटवा लेना है। और फिर 03 व 04 अप्रैल को पुल को जेसीबी से उखाड़ कर व गैस कटर से काट-काट कर इसके अवशेष के कुछ हिस्सों को अमियावर गांव के ही एक धर्मकांटा पर वजन करवाया गया था।
अरविंद के बयान पर पुलिस ने सहायक अभियंता पर भी एफआईआर कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। इस कांड में गिरफ्तार अन्य लोगों में पुल की चोरी में सहयोग करने वाले अमियावर निवासी राजद नेता शिव कल्याण भारद्वाज, अमियावर निवासी पिकअप मालिक चंदन कुमार, अकोढ़ीगोला थाना क्षेत्र के गोपीगढ़ निवासी सचितानंद सिंह व मनीष कुमार, चंदा बिगहा का चंदन कुमार, और जयनगर का गोपाल कुमार(चारों अकोढ़ीगोला के कबाड़ दुकानदार) शामिल हैं। वहीं जब्त जेसीबी मशीन एक स्थानीय जदयू नेता की बताई जाती है। इसके अलावा शंका के आधार पर विभिन्न जगहों से तीन अन्य को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
पुलिस कप्तान ने आश्वासन दिया कि सहायक अभियंता समेत अन्य संलिप्त लोग भी जल्द ही सलाखों के पीछे पहुंचाए जाएंगे। बताते चलें कि एसआईटी में एसडीपीओ के अलावा तीन अन्य सदस्यों में नासरीगंज पुलिस इंस्पेक्टर दयानंद शर्मा, थानाध्यक्ष सुभाष कुमार और एएसआई जितेंद्र कुमार शामिल थे। बहुचर्चित पुल चोरी कांड के साथ अब पुलिस को मिली त्वरित कामयाबी की चर्चा भी चौक चौराहे पर होने लगी है।