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विशेष अभियान के तहत घर-घर जाकर 15 से 18 साल के युवाओं का होगा टीकाकरण


  • उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में हुई स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक 
  • कोरोना टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिये 20, 22 व 24 जनवरी को संचालित होगा विशेष अभियान 
  • जिले के कम आच्छादन वाले चिह्नित 04 प्रखंडों के प्रदर्शन में सुधार का होगा प्रयास  

अररिया, 18 जनवरी ।

स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं की मासिक समीक्षात्मक बैठक मंगलवार को आयोजित की गयी। समाहरणालय स्थित आत्मन सभागार में उप विकास आयुक्त मनोज कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य योजनाओं की गहन समीक्षा की गयी। बैठक में कोरोना संक्रमण का मामला प्रमुखता से छाया रहा। बताया गया कि 15 साल से अधिक उम्र के टीकाकरण में जिले की उपलब्धि 74.5 के करीब है। वहीं दूसरे डोज के मामले में उपलब्धि 85.9 फीसदी है।  15 से 18 साल के युवाओं के टीकाकरण मामले में उपलब्धि 31.9 प्रतिशत उपलब्ध है। बैठक में टीकाकरण मामले में कम आच्छादन वाले प्रखंडों के प्रदर्शन में सुधार को लेकर विशेष रणनीति पर विचार किया गया। टीकाकरण मामले में अपेक्षित प्रगति सुनिश्चित कराने के लिये आगामी 20, 22 व 24 जनवरी को जिले में विशेष अभियान के संचालन का निर्णय लिया गया। 

प्रति एएनएम 100 लोगों के टीकाकरण का होगा लक्ष्य : 

डीडीसी मनोज कुमार ने कहा कि विशेष अभियान में सत्रों का चयन महत्वपूर्ण है। सभी वार्डों में 03 से 04 स्थानों पर सत्र संचालित किये जायें। प्रति एएनएम 100 लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य दिया जाये। आशा, सेविका, जीविका, स्कूली शिक्षक सहित अन्य की जिम्मेदारी निर्धारित की जाये। सभी 02 से 03 वार्डों पर अभियान की मॉनिटरिंग के लिये सुपरवाइजर बहाल किये जायें। सभी सत्र पर 15 साल से अधिक तमाम लोगों के टीकाकरण का इंतजाम सुनिश्चित कराया जाये। डीडीसी  ने पीएचसी स्तर पर संचालित कंट्रोल रूम को ज्यादा प्रभावी बनाने का निर्देश दिया। 




साथ ही जोकीहाट, पलासी, रानीगंज, भरगामा प्रखंड में अभियान की मॉनिटरिंग के लिये विशेष चिकित्सा अधिकारी की प्रतिनियुक्ति का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि टीकाकरण का निर्धारित लक्ष्य प्राप्त नहीं करने पर संबंधित एएनएम व आशा से स्पष्टीकरण की मांग की जाये। गैरजिम्मेदार अधिकारी व कर्मी के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित कराने का निर्देश उन्होंने दिया। 

अभियान में जन प्रतिनिधियों की सहभागिता बढ़ाने का हो प्रयास : 

सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारियों को क्षेत्र में अपनी गतिविधियां बढ़ानी होगी। अभियान की सफलता के लिये स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहभागिता को बढ़ाने के लिये विशेष प्रयास करने होंगे। कम आच्छादन वाले इलाकों में उन्होंने अपने स्तर से मॉनिटरिंग की बातें बैठक में कही। उन्होंने कहा कि बढ़ते संक्रमण को देखते शतप्रतिशत लोगों का टीकाकरण जरूरी है। आम लोगों को इसके प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से जमीनी स्तर पर गंभीर प्रयास किये जाने की जरूरत है। 

कोरोना जांच के लिये आईसीएमआर के हालिया निर्देश को दें प्रमुखता :

वहीं डीपीएम स्वास्थ्य रेहान अशरफ कोरोना जांच को लेकर आईसीएमआर द्वारा जारी हालिया दिशा निर्देश का हवाला देते हुए बताया कि कम्युनिटी व फैक्लटी स्तर पर जांच किया जाना है। दोनों ही स्तर पर एसिम्टोमेटिक लोगों की जांच नहीं की जानी है। कम्युनिटी स्तर पर एसिम्टोमेटिक मरीज व हाई रिस्क कॉनटेक्ट, विदेश यात्रा से वापस आने वाले लोगों का प्राथमिकता के आधार पर जांच की जानी है। 




वहीं फैक्लटी स्तर पर प्रसव व ऑपरेशन से पूर्व कोरोना जांच की जानी है। लेकिन इस कारण किसी को तत्काल इन सेवाओं से महफूज नहीं रखा जा सकता है। जांच के मामले में कुछ प्रखंडों के कमतर प्रदर्शन पर उन्होंने  सुधार को लेकर जरूरी प्रयास की बातें कही। बैठक में डीआईओ डॉ मोईज, वीबीडीसीओ डॉ अजय कुमार सिंह, डीईओ राजकुमार, सभी एमओआईसी, बीएचएम व स्वास्थ्य विभाग के तमाम सहयोगी संस्था के प्रतिनिधि मौजूद थे।