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डीडीसी ने बच्चों को पोलियो की दवा पिला कर की पांच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत - नौनिहालों के सुरक्षित भविष्य व सेहतमंद जिंदगी के लिये अपने बच्चों को जरूर पिलाये पोलियो की दवा - जिले के 7.30 लाख बच्चों को दवा पिलाने के लिये किये गये है जरूरी इंतजाम आम लोगों भी करें सहयोग



अररिया, 26 सितंबर सन आफ सीमांचल ज्ञान मिश्रा

जिले में पांच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान रविवार से शुरू हुआ। पांच साल से कम उम्र के जिले के 7.30 लाख बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने के उद्देश्य से संचालित इस अभियान की शुरुआत उपविकास आयुक्त मनोज कुमार ने की। उन्होंने अपने हाथों से बच्चों को दवा पिलायी। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ एमपी गुप्ता, डीआईओ डॉ मोईज, डीपीएम रेहान अशरफ, सीडीपीओ अररिया तनूजा साह, एसएमसी यूनिसेफ आदित्य कुमार व डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि मौजूद थे।

बच्चों को पोलियो की दवा पिलाना बेहद जरूरी :

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीडीसी मनोज कुमार ने कहा कि नौनिहालों के सुरक्षित भविष्य व सेहतमंद जिंदगी के लिये उन्हें पोलियो की दवा पिलानी जरूरी है। पाकिस्तान, अफगानिस्तान जैसे पड़ोसी मुल्कों में पोलियो के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। इसलिये ये जरूरी है कि दवा पीने व पिलाने में किसी तरह की कोताही न बरती जाये। उन्होंने कहा कि पांच साल से कम उम्र के बच्चों को दो बूंद पोलियो की दवा पिलाने के सभी जरूरी इंतजाम किये गये हैं। अभियान की सफलता में आम लोगों का सहयोग भी अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि पोलियो की दवा विकलांगता सहित बच्चों को अन्य कई तरह के संक्रामक रोगों से निजात दिलाने के लिहाज से महत्वपूर्ण है। पर्व-त्यौहार को देखते हुए अभियान को 26 से 30 की जगह एक दिन और आगे बढ़ाया जा सकता है।

छोटे उम्र के बच्चों को संक्रमण का खतरा अधिक : सिविल सर्जन

डॉ एमपी गुप्ता ने कहा कि पोलियो छोटे उम्र के बच्चों में विकलांगता के प्रमुख कारणों में से एक है। पोलियो हड्डियों को कमजोर कर बच्चों को अपंग भी बना सकती है। पांच साल से कम उम्र के बच्चों को पोलियो संक्रमण का खतरा सबसे अधिक होता है। इसलिये नियमित अंतराल पर बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने की सलाह आम लोगों को दी जाती है। डीआईओ मो मोईज ने कहा कि अभियान के तहत 7.30 लाख बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिये पर्याप्त संख्या में ट्रांजिट व मोबाइल टीम का गठन किया गया है। शत प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण हमारी प्राथमिकताओं में शुमार है।

अभियान की निगरानी के लिये बहाल किये गये हैं 515 पर्यवेक्षक

डीपीएम रेहान अशरफ ने अभियान से संबंधित जानकारी देते हुए कहा कि बच्चों को दवा पिलाने के लिये कुल 213 ट्रांजिट टीम बनायी गयी हैं। जो बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, प्रमुख चौक-चौराहों से होकर गुजरने वाले बच्चों का पोलियो की दवा पिलाने का काम करेंगी। घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने के लिये कुल 1660 टीकाकरण दल का गठन किया गया है। अभियान की सफलता को लेकर कुल 515 पर्यवेक्षक बहाल किये गये हैं। वहीं ईंट भट्ठा, बाजार सहित अन्य जगहों पर बच्चों को दवा पिलाने के लिये कुल 35 मोबाइल टीम का गठन किया गया है।