अररिया- SON OF SIMANCHAL GYAN MISHRA
जिले में राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत संचालित टीबी हारेगा देश जीतेगा अभियान को जन आंदोलन का रूप देने की कवायद चल रही है। वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने के प्रयासों के तहत पंचायत स्तर पर जागरूकता संबंधी कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इसके तहत जहां पंचायत स्तर पर निक्षय ग्राम सभा का आयोजन किया जा रहा है। वहीं टीबी रोग के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से ग्राम शपथ कार्यक्रम व प्रचार सामग्री का वितरण किया जा रहा है।
टीबी रोगियों की खोज के लिये पंचायत स्तर पर अभियान संचालित :
टीबी उन्मूलन कार्यक्रम का जन आंदोलन का रूप देने के लिये जिला यक्ष्मा केंद्र अपने निर्धारित एजेंडा पर काम कर रहा है। इसकी जानकारी देते हुए जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ वाईपी सिंह ने बताया कि जिले में प्रत्येक सोमवार सभी प्रखंडों के चिह्नित स्लम एरिया व हाई रिस्क वाले इलाकों में एसटीएस व एसटीएलएस के माध्यम से टीबी रोग के प्रति सघन जागरूकता अभियान का संचालन करते हुए रोगी के घर के आस-पास इलाके के कम से कम 25 घरों से जांच के लिये बलगम संग्रह किया जाना है।
कई स्तर पर जागरूकता संबंधी गतिविधि का हो रहा आयोजन :
जिला टीबी व एड्स समन्वयक दामोदर प्रसाद ने बताया कि गर्भवती महिलाओं में टीबी रोग से जुड़े खतरों को कम करने के लिये अभियान के तहत विशेष पहल किया जाना है। इसके लिये 09 अगस्त को सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित होने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में भाग लेने वाली सभी गर्भवती महिलाओं को टीबी के विषय में विस्तृत जानकारी दी जायेगी। इस दौरान रोगी की तलाश सुनिश्चित करते हुए जरूरी जांच के लिये उनका बलगम संग्रह किया जायेगा। जागरूकता अभियान को प्रभावी बनाने के लिये अभियान में गांव में मस्जिद के इमाम व मंदिर के पुजारियों से अपेक्षित सहयोग प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि स्थानीय स्तर पर वे अपने माध्यम से लोगों को टीबी के संबंध में जागरूक कर सकें।