दरअसल पुरा मामला उस समय का है जब पशुपति कुमार पारस का काफ़िला हाजीपुर के चौरसिया चौक के पास से गुज़र रहा था। उस समय वहां खड़े लोगों ने काफिले पर जला हुआ काला मोबिल ऑयल फेंक दिया, जिसके बाद वहां पर अफरा तफरी का माहौल हो गया। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी एक महिला जिसका नाम लक्ष्मी देवी बताया जा रहा है उसकी पिटाई भी की गई। काफिले के गुजरते समय लोगों को मुर्दाबाद का नारा लगाते भी देखा जा सकता था।
बताते चलें मोदी सरकार की केबिनेट में पशुपति कुमार पारस को मंत्री बनाया गया है। मंत्री बनने के बाद वो पहली बार हाजीपुर पहुंचे थे। अपने क्षेत्रों में जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रहें थे। बताया जा रहा है हाजीपुर के लोग पशुपति कुमार पारस से काफी नाराज है लोगों का कहना है इस समय पूरा क्षेत्र बाढ़ में डूबा हुआ है और इस समय पशुपति कुमार पारस जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं तथा इस आपदा की घड़ी में वह हाजीपुर नहीं पहुंचे थे और अभी वह यात्रा कर रहे हैं।
दूसरी ओर जब पत्रकारों ने पशुपति कुमार पारस से इस घटना पर बात की तो वह बिना नाम लिए पूरी घटना को चिराग पासवान के समर्थकों का हाथ बताया और एक मुहावरा कह दिया उन्होंने कहा "हाथी चला बाजार, कुत्ते भौंके हजार।"
फिलहाल हालात को देखते हुए उनके जनाधिकार यात्रा को और अधिक सुरक्षा प्रशासन की ओर से कर दी गई है।
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