मधुबनी - लदनियां से हरिश्चन्द्र यादव की रिपोर्ट
लदनियां प्रखंड क्षेत्र के किसानों को यूरिया, डीएपी व पोटाश खाद की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। यहां लगभग 85 प्रतिशत धान की रोपनी हो चुकी है। किसान अच्छी उपज के लिए यूरिया, पोटाश व डीएपी खाद खरीदकर अपनी फसल में डालना चाहते हैं, लेकिन खाद की किल्लत बताकर खाद विक्रेता निर्धारित मानक सरकारी दर से अधिक रूपये लेकर किसानों को खाद देते हैं। सरकार से लेकर कृषि सलाहकार तक खाद विक्रेता व किसानों को उचित मूल्य की जानकारी देते रहे हैं। जिसकी खाद विक्रेताओं द्वारा अनसूनी की जा रही है। लोग खाद के लिए भाग दौड़ कर रहे हैं। बताया जाता है कि लदनियां प्रखंड में दुकानदारों के द्वारा नेपाली किसानों के हाथों दोगुनी दाम पर बेच दी गई। यहां के किसान खाद के लिए भटक रहे हैं। खाद की किल्लत बताकर किसानों से अधिक पैसे लिए जा रहे हैं। पंचायत समिति सदस्य राम कुमार यादव ने सरकार व प्रशासन से खाद की किल्लत को दूर करने की मांग की है। विदित हो कि यहां यूरिया 266 व डीएपी 1223 रूपये की जगह क्रमश: 360 से 420 व 1345 से 1400 रूपये तक बेरोकटोक बिक रही है। किसानों में आक्रोश व्याप्त है।