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बीस लाख प्रजातियां नष्ट हो जाएंगी, चक्रवाती तूफानों से भीषण तबाही होगी, ध्रुवीय बर्फ पिघलने से दुनिया के कई देश जलमग्न हो जाएगा।



अररिया- ज्ञान मिश्रा

ताजा अध्ययन के अनुसार अगले 5 वर्षों में पृथ्वी का तापमान बढ़कर नए स्तर पर पहुंच सकता है। अगर ऐसा हुआ तो धरती का एक चौथाई हिस्सा रेगिस्तान में तब्दील हो जाएगा, बीस लाख प्रजातियां नष्ट हो जाएंगी, चक्रवाती तूफानों से भीषण तबाही होगी, ध्रुवीय बर्फ पिघलने से दुनिया के कई देश जलमग्न हो जाएंगे,सदी के अंत तक भारत सहित कई देशों का तापमान 50 डिग्री पार कर जाएगा ,आदि- आदि।

हम सबको पता है कि मौसम का यह अविश्वसनीय रूप न तो सरकारों की सोच में है न प्राथमिकता में ,पर इससे हमारी जिम्मेदारी कम नहीं हो जाती क्योंकि प्रकृति न तो देने में राजा- रंक देखती है और न ही लेने में। प्रकृति जिससे इंसान की पहचान है,ऐसा नहीं कि वह अपनी रक्षा आप नहीं कर सकती ।कर सकती है और करती आई है, ताकि हम सब बचे रहें। पर उसके प्रेम को अगर कमजोरी समझ कर उस पर नियंत्रण की कोशिश की जाएगी तो विनाश अवश्यंभावी है।