अररिया से ज्ञान मिश्र...
हड़ताल एवं कोरोना काल में करीब ग्यारह महीने से बंद उच्च प्राथमिक कक्षायें सोमवार से खुल गए। विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति से चहल-पहल व रौनक लौट आई है। पठन-पाठन का कार्य शुरू हो गया है । विद्यालय खुलने से विद्यार्थियों के चेहरे खिले हुए थे। विद्यालय की दिनचर्या शुरू हैं। पूरे दिन रूटीन के मुताबिक कक्षाएं चलने लगी हैं। लगभग साल भर के बाद अपने मित्रों से मिलकर छात्र-छात्राओं के चेहरे चमक रहे थे। जिले के उमवि महिषाकोल पश्चिम के प्रधानाध्यापक और टीओबी जिला मेन्टर श्री योगेश चंद्र जी ने बताया की सरकार के निर्देश पर सोमवार से छठवीं से आठवीं कक्षा की पढ़ाई शुरू हुई। इससे पूर्व 9 से 12वीं तक कि कक्षायें इससे पूर्व में खुल चुकी थी। जिससे छात्र-छात्राओं में खुशी है। कोविड-19 को लेकर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के मुताबिक अध्ययन-अध्यापन का कार्य चल रहा है। छात्र छात्राओं को जागरूक किया जा रहा है। जिससे उन्हें कोई परेशानी न हो। उधर विद्यालयों के खुलने के बाद अभिभावकों में भी खुशी देखी गई। अभिभावकों का कहना है कि विद्यालयों के बंद होने से बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह बाधित हो गई थी। आनलाइन क्लास चलाने से बच्चों को ज्यादे फायदा नहीं मिल पा था। बच्चे दिन भर खेलकूद कर रहे थे। लेकिन विद्यालय खुलने से बच्चों की पढ़ाई अब सुचारू हो जाएगी। सोमवार को विद्यालय खुलने के चलते सुबह में बच्चे अपने घर से समय से निकले और विद्यालय गए। वहीं निजी विद्यालयों में भी बच्चे घर से निकल कर बस के इंतजार में खड़ा दिखे। काफी दिनों के बाद अपने सहपाठियों से मिल कर बच्चों में खुशी काफी देखी गई। जिले में ग्यारह माह बाद खुले विद्यालय व शूरू हुए अध्ययन-अध्यापन कार्य को लेकर छात्रों में खुशी है।