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रोसड़ा में पत्रकारों पर हुए 'फर्जी' मुकदमें में मंत्री मुकेश सहनी से मिले पत्रकार संघ के कोषाध्यक्ष, बढ़ता जा रहा है पत्रकारों के लिए समर्थन


ज्ञान मिश्रा की रिपोर्ट :

रोसड़ा SDO ब्रजेश कुमार और अनुमंडलकर्मी नीलकमल सिंह के खिलाफ खबर चलाने पर पत्रकारों की आवाज दबाने के लिए किये गए फर्जी मुकदमे के शिकार पत्रकारों को सबका भरपूर समर्थन मिल रहा है।

इसी फ़र्ज़ी मुकदमे के संबंध में भारतीय स्वतंत्र पत्रकार संघ के कोषाध्यक्ष श्रीराम सिंह ने मत्स्य एवं पशुपालन मंत्री मुकेश साहनी से मुलाकात की । इस संबंध में उन्हें ज्ञापन भी सौंपा गया। मंत्री ने इसे लोकतंत्र पर करारा प्रहार बताते हुए कहा कि वो जल्द ही इस मुद्दे को मुख्यमंत्री तक ले जाएंगे। जरूरत पड़ी तो जिलाधिकारी को इस संबंध में पत्र लिख कर असंवैधानिक तरीके से किये फर्जी मुकदमे के कारण SDO और अनुमंडलकर्मी पर कार्रवाई की जाएगी।

पत्रकार संघ के कोषाध्यक्ष श्रीराम सिंह का कहना है कि कुछ दलाल पत्रकारों और पदाधिकारियों की मिलीभगत के वजह से ये मुकदमा किया गया है। क्योंकि निर्भीक पत्रकार उन खबरों को भी चलाते है जो वो खबर छापने या चलाने से परहेज करते है।

इस से पहले भी भारतीय स्वतंत्र पत्रकार संघ समस्तीपुर के एसपी और कानून मंत्री से इस संबंध में मुलाकात कर चुका है। इसके अलावा सभी राजनैतिक दल और लोगों का भी भरपूर समर्थन फ़र्ज़ी मुकदमे का शिकार हुए पत्रकारों को मिल रहा है। 

सही खबर दिखाने पर पत्रकारों पर हुए फर्जी मुकदमे के कारण स्थानीय लोगों में काफी रोष दिख रहा है। लोगों का कहना है फर्जी मुकदमा करना अभिव्यक्ति की आजादी के खिलाफ है। रोसड़ा में आज के समय में सभी खबरें बिना डरे दिखाने के कारण वेबपोर्टलों की विश्वसनीयता सबसे अधिक बढ़ी है। जिसके कारण जिनको तकलीफ हो रही है वो ऐसी ओछी हरकतें कर रहे है।

आपको बता दें कि रोसड़ा के SDO और अनुमंडलकर्मी नीलकमल पर एक पत्रकार साथ मारपीट करने के आरोप में केस कर दिया गया था। जिस खबर को कई मीडिया ने नहीं चलाया लेकिन वेबपोर्टल ने चलाया जिसके बाद उस खबर चलाने वालें कुछ न्यूज़ पोर्टलों पर साजिश के तहत फर्जी मुकदमा दर्ज करवा दिया गया।