मधुबनी - बिस्फी से दिवाकर लाल दास की रिपोर्ट :
देश के कोने कोने में बेटियों के साथ हो रहे अत्याचार , बलात्कार व निर्मम हत्या के खिलाफ व हाथरस के पीड़िता को न्याय के लिए प्रखंड क्षेत्र के नाहस रुपौली उत्तरी पंचायत के रुपौली गांव की दर्जनों बेटियों ने सरकार के विरुद्ध नारे लगाते हुए पैदल मार्च निकाला ।
बेटियों का कहना था कि देश मे कानून व्यवस्था समाप्त हो चुकी है ।जिसके चलते हाथरस के मनीषा को न्याय मिल पाना मुश्किल हो चुका है ।बेटी दामनी झा के नेतृत्व में जुली झा ,सपना झा ,स्वाति झा ,अमीषा झा ,साक्षी कुमारी ,अर्पणा कुमारी ,मुस्कान कुमारी ,नैनशी मिश्रा ,नेहा कुमारी ,अमृता कुमारी , रितु कुमारी ,खुशी कुमारी ,मोना कुमारी ,माला कुमारी ,रुची कुमारी ,संध्या कुमारी ,भवया कुमारी ,सपना कुमारी सहित दर्जनों गांव की बेटियों ने हाथ मे तख्ती लेकर "मनीषा हम शर्मिंदा है .."जैसे बिभिन्न तरह के नारे लगाते हुए पीड़ित परिवार को न्याय एवं दरिंदो को जल्द फांसी देने की मांग यूपी सरकार से कर रहे थे ।
दामिनी झा ने कहा कि बेटियों की सुरक्षा के प्रति देश मे कानून व्यवस्था नाम का कोई चीज नही रह गया है । बेटियां घर का बुनियाद है ।इसके बाद भी बेटियों के साथ दरिंदगी होती है ।देश के कोने कोने में बेटियों के साथ अत्याचार ,बलात्कार ,हत्या जैसी दिल दहलाने वाली घटनाएं अक्सर होती रहती है ।दामिनी का कहना था कि सरकार या तो सख्त कानून बनाकर सुरक्षा प्रदान करे या नही तो अपनी सुरक्षा को लेकर बेटियों के हाथ कानून सौंप दे ।
कोई बलात्कार नही होगा ।लड़कियों का कहना था कि जब तक मनीषा के दरिंदो को कड़ी सजा नही मिलेगी और लड़कियों की सुरक्षा के लिए कड़े कानून नही बनाये जाएंगे तबतक हम सभी चुप नही बैठेंगे ।ईन लड़कियों के साथ साथ क्षेमा देवी ,विमला देवी सहित कई महिलाए भी पैदल मार्च में थे ।

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