पटना (27 दिसंबर): अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के अवसर पर अंबपाली हैंडलूम एवं हैंडीक्राफ्ट मल्टी-स्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड द्वारा आयोजित “कारीगरी हाट – बिहार 2025” में ठंड के मौसम के बावजूद दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ रही है। गांधी मैदान, गेट संख्या–10 पर आयोजित इस हाट में अब तक 18 लाख रुपये से अधिक की बिक्री दर्ज की जा चुकी है, जो आमजन के बढ़ते उत्साह को दर्शाता है।
कारीगरी हाट में राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (NCDC) से संबद्ध FPOs के स्टॉलों पर बीज, शुद्ध ऑर्गेनिक शहद, कृषि-आधारित एवं प्राकृतिक उत्पादों की जमकर बिक्री हो रही है। वहीं, नेशनल जूट बोर्ड की स्टॉलों पर जूट से निर्मित पर्यावरण-अनुकूल उत्पादों को लोगों का विशेष पसंद मिल रहा है।
हाट में लगे डेयरी, पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार सरकार के स्टॉलों पर पशुपालन, दुग्ध उत्पादन, मत्स्य पालन एवं उससे जुड़ी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। विभाग की ओर से आगंतुकों को पैम्फलेट एवं सूचना सामग्री उपलब्ध कराकर योजनाओं के लाभों के बारे में विस्तार से समझाया जा रहा है।
ठंड को देखते हुए अलाव की व्यवस्था
ठंड के मौसम को ध्यान में रखते हुए आयोजकों द्वारा हाट परिसर में जगह-जगह अलाव की व्यवस्था की गई है, जिससे आगंतुकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इस व्यवस्था से विशेषकर परिवारों, महिलाओं एवं बच्चों को राहत मिल रही है।
खरीदारी के साथ मनोरंजन
कारीगरी हाट में खरीदारी के साथ-साथ लज़ीज़ व्यंजनों के फूड स्टॉल, बच्चों के लिए झूले एवं मनोरंजन के साधन भी उपलब्ध हैं, जिससे यह हाट पूरे परिवार के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
अंबपाली की अध्यक्ष श्रीमती अर्चना सिंह ने बताया कि कारीगरी हाट – बिहार 2025 में देश के विभिन्न राज्यों से आए कारीगर अपने उत्पादों की प्रदर्शनी सह बिक्री कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह हाट 03 जनवरी 2026 तक प्रतिदिन प्रातः 10 बजे से रात्रि 8 बजे तक आम जनता के लिए खुला रहेगा।
आयोजकों ने पटना एवं आसपास के लोगों से ठंड के बावजूद परिवार संग हाट में आने, स्वदेशी उत्पादों की खरीदारी करने और कारीगरों का उत्साह बढ़ाने की अपील की है। हाट में प्रवेश पूर्णतः निःशुल्क रखा गया है।


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