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मगही नाटक दशरथ मांझी का गया जी के गांधी मैदान मगध पुस्तक मेला में किया गया मंचन।




गया जी। आज़ दिनांक 23 दिसंबर को गांधी मैदान ,गया जी में आयोजित मगध पुस्तक मेला में राज्य की चर्चित नाट्य संस्था प्रयास,पटना ने प्रसिद्ध रंग निर्देशक मिथिलेश सिंह का लिखित -निदेर्शित मशहूर मगही नाटक "दशरथ मांझी" की शानदार प्रस्तुति की।मेला में आये दर्शको ने एक -एक संवाद पर ताली बजाये। मंचन पूर्व मगध पुस्तक मेला का उद्घाटन केन्द्रीय मंत्री श्री जीतन राम ने किया।




इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस नाटक को पहली बार मैंने दशरथ मांझी की जन्मभूमि और कर्मभूमि गहलौर में पूरे नाटक को 2016 में मैंने देखा था।।सच में दशरथ मांझी के जीवन संघर्षों को मंच पर कलाकारो से संजीव कर दिया।नाटक की भाषा मगही में होने से इसमें और जिवंतता आ गई है।उन्होंने अपना संबोधन मगही भाषा में ही किया। रंग निर्देशक मिथिलेश सिंह ने कहा कि 2016 में 29अगस्त को इसी नाटक को मैंने दिल्ली के मालवेलकर प्रेक्षागृह में किया था।





नाटक को तत्कालीन रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभू ने कहा था कि जो दशरथ मांझी गया से रेल की पटरी पर पैदल चलकर गया से दिल्ली आये थे,अब वही रेल गया से गहलौर तक रेलवे लाईन बनेगा। गहलौर में रेल का ठहराव होगा,और उसका नाम "दशरथ मांझी" स्टेशन होगा।एक सप्ताह के अंदर इस रेल परियोजना के लिए तीन सौ कड़ोड रुपये की मंजूरी भी हो गईं।मगर वह परियोजना अभी ढ़ठे बस्ते में बंद हैं।इस परियोजना को शिघ्र चालु किया जाये,साथ ही दशरथ मांझी को भारत रत्न उपाधी मिलने की भी मांग की।





नाटक में लेखक-निर्देशक ने सत्य के ऊपर कल्पना की चादर औढ़ाई है।पुरी कहानी पानी की किल्लत के इर्द-गिर्द घूमती है।दशरथ मांझी का चरित्र उदय कुमार शंकर ने तो फगुनिया का चरित्र रजनी शरण ने बखूबी निभाया। "छोड़ द जी अब पानी -पानी हो गेलिव "जब संवाद मंच पर फगुनिया बोलती है,तो पूरा प्रेक्षागृह तालियां की आवाज से गुंज उठती है‌।




मंगरु मांझी के रूप में दीपक आनंद,भुना मांझी -सदानद पासवान,पुनेसर मांझी के रूप में विनोद कुमार ने अपनी-अपनी भूमिका में जान डाल दी। गिरीश मोहन,वीणा गुप्ता, रामेश्वर कुमार ,सौरभ कुमार ने भी अपनी -अपनी भुमिका को अपने अभिनय से सशक्त बना दिया।सह निदेशक रवि भुषण बव्लु ने ध्वनी संचालन, राजीव राय का प्रकाश परिकल्पना और सुनील शर्मा ने मंच निमार्ण किया है।





नाटक में संगीत संजय उपाध्याय का तो मंच संरचना पद्मश्री प्रो श्याम शर्मा का है।देश के विभिन्न शहरो में इस नाटक के प्रदर्शन हो चुके हैं।दशरथ मांझी का आज चालिसा वां प्रदर्शन था।अंत में मगध पुस्तक मेला के आयोजक द्वारा सभी कलाकारों को अंग वस्त्र दे कर सम्मानित किया है। अतरी के विधायक श्री रोमित कुमार ने मगध पुस्तक मेला आजोजका का आभार व्यक्त किया और नाटक देखने के उपरांत सभी कलाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।


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