Header Ads Widget

रंगकर्मी राजीव रंजन झा को मिलेगा इस वर्ष का प्रवीण स्मृति सम्मान




  • आईएएस अधिकारी हरजोत कौर के हाथों होंगे युवा रंगकर्मी पुरस्कृत
  • प्रवीण सांस्कृतिक मंच की ओर से प्रवीण स्मृति सम्मान समारोह का होगा आयोजन

पटना। रॉकस्टार नाम से प्रसिद्ध सहरसा निवासी युवा रंगकर्मी राजीव रंजन झा को वर्ष 2025 का प्रवीण स्मृति सम्मान मंगलवार शाम 8 अप्रैल को प्रेमचंद रंगशाल में प्रवीण सांस्कृतिक मंच की ओर से आयोजित प्रवीण स्मृति सम्मान समारोह के अवसर पर दिया जाएगा। रंगकर्मी राजीव को वरिष्ठ आईएएस अधिकारी व समाज कल्याण विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर के हाथों पुरस्कृत किया जाएगा। जिसमें पुरस्कार की राशि के तौर पर 25 हजार नकद एवं प्रशस्ति पत्र भी दी जाएगी। सम्मान की राशि प्रवीण मंच के सौजन्य से उपलब्ध कराई गयी है। प्रवीण सांस्कृतिक मंच के निदेशक विज्येंद्र टॉक ने बताया कि रंगकर्मी प्रवीण की स्मृति में प्रति वर्ष यह सम्मान किसी होनहार व प्रतिभाशाली युवा रंगकर्मी को उनके रंगकर्म के क्षेत्र में उल्लेखनीय व प्रशंसनीय योगदान के लिए प्रदान किया जाता रहा है। जिससे उन्हें रंगकर्म के प्रति प्रोत्साहित किया जा सके। उन्होंने आगे बताया कि प्रवीण सांस्कृतिक की स्थापना प्रसिद्ध रंगकर्मी प्रवीण के नाम पर गई। साथ ही रंगकर्मी स्मृति सम्मान भी प्रतिवर्ष प्रवीण के नाम दी जा रही है। प्रवीण थियेटर जगत का एक अविस्मरणीय नाम रहा है। जिसके रंगकर्म को कभी भूला नहीं जा सकता। उन्होंने निर्माण कला मंच से जुड़कर नाटक की शुरुआत की और बतौर रंगकर्मी काफी ख्यातिप्राप्त की। थियेटर जगत में उन्होंने अपने अभिनय की क्षमता का भरपूर प्रदर्शन किया और कई नाटकों को अपनी क्षमता से यादगार बना दिया। विज्येंद्र ने बताया कि प्रवीण स्मृति सम्मान समारोह के दौरन मंच पर राजीव रंजन झा के निर्देशन में नाटक अतिथि देवो भवः का मंचन भी किया जाएगा। 





इस वर्ष सम्मान पाने वाले राजीव रंजन झा मूलरुप से जिला सहरसा के सोनवर्षा प्रखंड अंतर्गत सुप्रसिद्ध बड़गांव निवासी हैं। राजीव ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सहरसा से ही ली। दसवीं व इंटरमीडिएट की शिक्षा पूर्ण कर उन्होंने मेरठ से बीबीए एवं एमबीए की शिक्षा भी ली। कला के क्षेत्र में राजीव का झुकाव गायन से हुआ। समधुर आवाज के धनी राजीव गंधर्व महाविद्यालय से संगीत की शिक्षा लेने के बाद रंगकर्म से जुड़ गए। सन 2011 में दिल्ली की प्रमुख संस्था मैलोरंग से जुड़कर लगातार रंगकर्म पर अपनी सक्रियता बना रखे हैं। उनके प्रमुख नाटकों में जल डमरु बाजे, मणिमंजरी, बड़ा नटकिया कौन, सुंदर संयोग आदि अनेकों नाटक कर चुके हैं। राजीव को मैथिली लोकगीत के लिए छात्रवृति से भी दिया जा चुक है। साथ ही वर्ष 2018-19 में मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय भोपाल में भी वह चयनित हुए। जहां वरिष्ठ रंगकर्मी संजय उपाध्याय के मार्गदर्शन में नाट्य शिक्षा हासिल की।