प्रयास रंग अड्डा, पटना
मोहन राकेश जी की जन्म शताब्दी वर्ष पर 'प्रयास रंग अड्डा' का शुभारंभ किया गया। इस पुनित अवसर पर मोहन राकेश की कलाजयी नाट्य रचना 'सिपाही की माँ' का मंचन किया गया। नाट्य पूर्व संस्था के महासचिव श्री मिथिलेश सिंह, उपाध्यक्ष श्री बाँके बिहारी साव, वरिष्ठ रंगकर्मी रवि भूषण बबलू, अशोक श्रीवास्तव, अनिल रंजन, सुबंती बनर्जी, राजेश राजा, जिया हसन एवं मनीष महिवाल ने दीप प्रज्जवलित कर 'प्रयास रंग अड्डा' का शुभारंभ किया। रा.ना.वि. से स्नातक पुंज प्रकाश ने मोहन राकेश की जीवनी पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर शहर के कई गणमान्य रंगकर्मी, साहित्यकर्मी, कला प्रेमी ने 'प्रयास रंग अड्डा' पर 'सिपाही की माँ' नाटक देखने आये थे। इसकी जानकारी मीडिया प्रभारी मनीष महिवाल ने दी।
प्रयास रंगमंडल, पटना की प्रस्तुति 'सिपाही की माँ'
'सिपाही की माँ' एकांकी नाटक के बहाने मोहन राकेश एक सिपाही की माँ की दर्द को दिखाते है। जिसका बेटा युद्ध के मोर्चा पर लड़ने गया है। प्रस्तुत नाटक में मोहन राकेश जी ने द्वितीय विश्वयुद्ध का वर्णन किया है, जिसमें भारतीय सैनिक बर्मा की ओर से जपानी फौज से लड़ने गये थे। नाटक के कथांक में माँ (विशनदेई) अपने बेटे मानक की चिट्टी की प्रतिक्षा में है। मानक की एकलौती बहन (मुन्नी) अपने भैया से अपने लिए कंगन की आस लगाये बैठी है।
मानक की चिट्ठी तो नहीं आती,पर वह घायल अवस्था में अपनी माँ के पास आता है। उसका पीछा करता दुश्मन सैनिक भी आता है। उसके बाद शुरू होता है युद्ध की त्रासदी का भयावह दृश्य। माँ किसी भी सुरत में युद्ध नहीं शांति चाहती है। नाटक का अंत माँ का सपना टूटने से होता है।
विशनदेई - रजनी शरण
मुन्नी - सना खान
ग्रामीण - आशीष कुमार विद्यार्थी
डाकिया - विजय महतो
दीनू - उदय कुमार शंकर लड़की एक - ममता सिंह
लड़की दो - आरती शर्मा
मानक - विनोद कुमार
सिपाही - अभिषेश कुमार
मंच के परे
मंच निर्माण - सुनील कुमार शर्मा , श्याम मिश्रा
मंच सहयोग - सत्यनारायण कुमार, अक्षय कुमार, गिरीश कुमार, सौरभ कुमार सिंह
वेष-भूषा सामग्री - रूपा सिंह, तनु प्रिया
प्रस्तुति नियंत्रक - गुड़िया कुमारी, विजय कुमार सिंह
वेष-भूषा/रूप सज्जा - उदय कुमार शंकर
प्रोपर्टी इंजार्य/लेखा अधिकारी - रामेश्वर कुमार
ध्वनि संचालक - दीपक आनंद
प्रकाश व्यवस्था - संजय वर्णवाल
प्रकाश सहयोग - डब्लू
मीडिया प्रभारी - मनीष महिवाल
सह निर्देशक एवं प्रकाश संरचना - रवि भुषण 'बबलू'
लेखक - मोहन राकेश
निर्देशक - मिथिलेश सिंह