Son of Simanchal Gyan Mishra
पूर्णिया में एक और ऐतिहासिक कदम उठाते हुए रानीपतरा निवासी 89 वर्षीय स्वर्गीय दिलसुख देवी नाहटा (धर्मपत्नी स्वर्गीय धनराज नाहटा) के मरणोपरांत उनके सुपुत्र कमल नाहटा व परिजनों ने अपनी पूजनीय माताश्री की दोनों आंखें दान कर जहां 6 लोगों के जीवन में प्रकाश किया वहीं दूसरी और समाज में एक मिसाल कायम की ।
तेरापंथ युवक परिषद् गुलाबबाग के द्वारा ऐतिहासिक कदम उठाकर जहां अपने संस्था वह समाज में मिसाल कायम की वहीं दूसरी ओर समाज को आगे आकर नेत्रदान करने के लिए प्रेरित भी किया । क्योंकि बहुत कम लोगों को पता है आपके एक नेत्रदान से तीन आदमियों की अंधकार मय जिंदगी रोशन हो सकती है ।
इस महत्वपूर्ण कार्य में अरुण संचेती ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की और तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष मोहित संचेती मंत्री रवि बोथरा, सुमित बैद ,निर्भय संचेती, मोहित दुधेडिया, धीरज दुगड़ आदि कार्यकर्ता मौजूद है। पूरी प्रक्रिया में कटिहार मेडिकल कॉलेज कि आई डॉक्टर की टीम डॉक्टर अतुल के नेतृत्व में डॉ वशीदुद्दीन , डॉक्टर हर्षिता मलिक, डॉक्टर हामिद अनवर ने पूरी प्रक्रिया को सफलतापूर्वक किया।
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