- हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर हुआ स्वास्थ्य मेला आयोजित
- मेला में टीबी रोगियों की जांच, कांउसिलिंग के साथ हुआ उपचार
- टीबी उन्मूलन अभियान की सफलता में सीएचओ पर है महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
अररिया,14 मार्च।
SON OF SIMANCHAL GYAN MISHRA
सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मंगलवार को स्वास्थ्य मेला आयोजित किया गया है। ताकि सामुदायिक स्तर पर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। मेला में इस बार टीबी रोग के प्रति जागरूकता व इससे संबंधित सेवाओं की उपलब्धता पर विशेष जोर दिया गया था। सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर महिलाओं, युवाओं व बुजुर्गों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही व मुफ्त दवाएं भी दी जा रही हैं ।
इस दौरान सीएचओ के साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा टीबी रोगियों की जांच, उपचार के साथ उनकी काउंसिलिंग को लेकर इस बार मेला में विशेष इंतजाम किया गया था।
समय पर जांच व नियमित दवा सेवन जरूरी-
सिविल सर्जन विधानचंद्र सिंह ने बताया कि टीबी अब लाइलाज बीमारी नहीं है। किन्तु, इस बीमारी से स्थाई निजात के लिए समय पर जांच व इलाज के साथ ही लोगों को जागरूक किया जाना जरूरी है। उन्होंने बताया कि टीबी उन्मूलन अभियान में हेल्थ एंड वेलनेस की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। इसके सफल संचालन में स्थानीय जनप्रतिनिधियों से अपेक्षित सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने जिले वासियों से अपील की है कि लक्षण दिखते ही तुरंत स्थानीय स्वास्थ्य संस्थानों में जांच कराएं व जांच के पश्चात चिकित्सा परामर्श के पालन के साथ इलाज कराकर बीमारी से स्थाई निजात पाने की अपील की। उन्होंने कहा कि टीबी की जांच व इलाज का सभी सरकारी चिकित्सा संस्थानों में नि:शुल्क इंतजाम उपलब्ध है। साथ ही टीबी रोगियों को निक्षय पोषण योजना के तहत उचित पोषाहार के सेवन को लेकर हर माह 500 रुपये सरकारी सहायता देने का प्रावधान है।
सीएचओ की भूमिका महत्वपूर्ण-
जिला यक्ष्मा नियंत्रण पदाधिकारी डॉ वाईपी सिंह ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्यरत कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर यानी सीएचओ को टीबी उन्मूलन अभियान से जुड़ी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गयी है। उन्होंने अभियान की सफलता में सीएचओ की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि निर्धारित समय सीमा पर देश को टीबी मुक्त बनाने के लिये ये जरूरी है कि ग्रामीण इलाकों में अवस्थित वेलनेस सेंटर पर कार्यरत सीएचओ संबंधित क्षेत्र में सघन जांच करते हुए लक्षण वाले मरीजों की पहचान व उन तक जरूरी चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने में अपनी सक्रिय भूमिका निभायें।
साथ ही स्थानीय लोगों को रोग के खतरों व इसके निदान संबंधी उपायों के प्रति लोगों को जागरूक करें।
मरीजों को उपलब्ध कराया गया उचित सहयोग-
जिला टीबी व एड्स समन्वयक दामोदर प्रसाद ने बताया कि वेलनेस सेंटर पर कार्यरत सीएचओ के सक्रिय सहयोग से बड़ी संख्या में मरीजों की जांच व उचित चिकित्सकीय परामर्श, मेला में उपलब्ध कराया गया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित है। उन्होंने कहा कि आयोजित मेला में गुणवत्तापूर्ण सेवाओं के साथ टीबी को लेकर मरीजों को मनोवैज्ञानिक सहयोग भी उपलब्ध कराया गया।
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