- बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा व विकास संबंधी मानकों के सुधार में यूनिसेफ करेगा सहयोग
- जिलास्तरीय विभिन्न विभागों के बीच आपसी समन्वय से कारगर एक्शन प्लान होगा तैयार
- यूनिसेफ के वरीय अधिकारियों ने संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ की बैठक, मांगा सुझाव
अररिया, 22 दिसंबर । SON OF SIMANCHAL GYAN MISHRA
स्वास्थ्य, शिक्षा व पोषण सहित समाज कल्याण के निर्धारित मानकों के अनुरूप जिले में विकासात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देने में यूनिसेफ संबंधित विभागों को जरूरी मदद उपलब्ध करायेगा। इसे लेकर कारगर एक्शन प्लान तैयार करने के उद्देश्य से यूनिसेफ व जिला स्तरीय वरीय अधिकारियों की समन्वय बैठक गुरुवार को संपन्न हुई । समाहरणालय स्थित परमान सभागार में आयोजित बैठक में यूनिसेफ के सीनियर एडवाइजर आरके महाजन, प्रभारी जिलाधिकारी सह डीडीसी मनोज कुमार, यूनिसेफ के प्रोग्राम मैनेजर सुरेंद्र पांडया सहित स्वास्थ्य, शिक्षा, आईसीडीएस, पीएचईडी सहित संबंधित अन्य विभाग के वरीय अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में यूनिसेफ के सीनियर एडवाइजर आरके महाजन ने बताया कि सामाजिक विकास के मानकों में सुधार के उद्देश्य से यूनिसेफ बिहार के दो जिलों पूर्णिया व अररिया में विशेष पहल करने जा रहा है।
विभिन्न विभागों के समन्वय से तैयार होगा एक्शन प्लान
यूनिसेफ के सीनियर एडवाइजर आरके महाजन ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण व बाल अधिकार संरक्षण के मामलों में यूनिसेफ संबंधित विभागों को टेक्निकल सपोर्ट प्रदान करेगा। इसमें कर्मियों का प्रशिक्षण, क्षमतासंवर्द्धन व मोटिवेशन शामिल है।
उन्होंने संबंधित विभागों के जमीनी कार्यकर्ता आशा, एएनएम, सेविका, पर्यवेक्षिका, तालिमी मरकज, टोला सेवक के क्षमता संवर्द्धन व सेल्फ मोटिवेशन को बढ़ावा देने से जुड़े तकनीक को एक्शन प्लान में शामिल करने की बात कही। उन्होंने कहा कि संबंधित विभागों के आपसी समन्वय से एक्शन प्लान तैयार किया जाना है। ताकि इसका प्रभावी क्रियान्वयन संभव हो सके।
जनप्रतिनिधि व पीआरआई की सक्रिय भागीदारी जरूरी
प्रभारी जिलाधिकारी सह डीडीसी मनोज कुमार ने एक्शन प्लान के निर्माण से जुड़े कई महत्वपूर्ण सुझाव यूनिसेफ के अधिकारियों को दिया। उन्होंने कहा कि विकासात्मक योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में स्थानीय जनप्रतिनिधि व पीआरआई मेंबर की सक्रिय भूमिका जरूरी है। जिले में इसे लेकर विशेष पहल की जा रही है। सामाजिक बदलाव संबंधी गतिविधियों में जीविका दीदियों की भागीदारी व नियमित टीकाकरण के दौरान अभिभावकों को बच्चों के स्वास्थ्य व पोषण संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने की दिशा में पहल पर बल दिया। इसी तरह उन्होंने बाल अधिकार के संरक्षण, बाल विवाह पर प्रभावी रोक के लिये चौकीदारों के क्षमतावर्द्धन की ओर यूनिसेफ की टीम का ध्यान आकृष्ट कराया।
महत्वपूर्ण स्वास्थ्य इंडिकेटरों में हुआ है सुधार
बैठक में अधिकारियों ने विभागीय उपलब्धि व हाल के दिनों में किये गये विशेष पहल से यूनिसेफ के अधिकारियों को अवगत कराया। डीपीओ आईसीडीएस ने मनरेगा व आईसीडीएस के सयहोग से जिले में निर्मित मॉडल ऑगनबाड़ी केंद्र के संबंध में जानकारी दी। बाल संरक्षण पदाधिकारी नीतेश पाठक ने वार्ड वार गठित बाल संरक्षण समिति व सभी थाना में बाल कल्याण पदाधिकारी के प्रतिनियुक्ति के संबंध में बताया। डीपीएम स्वास्थ्य रेहान अशरफ ने जिलाधिकारी के नेतृत्व में संचालित हर कदम बढ़ते कदम अभियान के संबंध में बताया कि महत्वपूर्ण स्वास्थ्य इंडिकेटर के प्रदर्शन में सुधार के लिए अभियान बेहद प्रभावी साबित हो रहा है। हाल के दिनों में संस्थागत प्रसव के मामलों में बढ़ोतरी व नियमित टीकाकरण के मामले में शत प्रतिशत उपलब्धि के साथ-साथ एनसीडी कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन में उन्होंने इस अभियान को बेहद सफल व कारगर बताया। बैठक में डीवीबीडीसीओ डॉ अजय कुमार सिंह, डीआईओ डॉ मोईज, डीईओ राजकुमार, यूनिसेफ के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ सिद्धार्थ रेड्डी, चाइल्ड प्रोटेक्टशन ऑफिसर बांकु बिहारी सरकार, सेनिटेशन विशेषज्ञ प्रभाकर सिन्हा, पोषण पदाधिकारी डॉ संदीप घोष, डिविजनल कॉर्डिनेटर शिवशंकर कुमार सहित कई स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे।