- प्रीकॉशन डोज लेना जरूरी, योग्य लाभुकों को टीका लगाने घर-घर दस्तक दें रहे हैं स्वास्थ्य कर्मी
- जिले में प्रीकॉशन डोज के 76 हजार से अधिक लाभार्थी, अब तक 18 हजार लाभुकों ने ली डोज
अररिया, 28 अप्रैल ।
GYAN MISHRA, SON OF SIMANCHAL
जिले में 18 साल से अधिक आयु वर्ग के लाभुकों को प्रीकॉशन डोज का टीकाकरण जारी है। संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसे लेकर विभागीय सतर्कता बढ़ा दी गयी है। ड्यू लिस्ट के आधार पर प्रीकॉशन डोज का टीका लगाने के लिये स्वास्थ्य कर्मी योग्य लाभुकों के घर पर दस्तक दे रहे हैं। इधर कोरोना की चौथी लहर की आशंका को देखते हुए जिले में सतर्कता संबंधी उपायों पर जोर दिया जा रहा है। इसे लेकर प्रमुख ट्रांजिट प्वाइंट सहित महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों पर कोरोना जांच की सुविधा फिर से बहाल की गयी है। लिहाजा पिछले कुछ दिनों से जिले में कोरोना जांच संबंधी मामलों में तेजी आयी है।
संभावित खतरा को देखते हुए बढ़ायी गयी सतर्कता :
इस संबंध में सिविल सर्जन ड विधानचंद्र सिंह ने कहा कि देश में कोरोना के मामले एक बार फिर से बढ़ रहे हैं। जिले में इसे लेकर सतर्कता बढ़ा दी गयी है। जांच की संख्या में बढ़ोतरी के प्रयासों को प्रमुखता दी जा रही है। अररिया रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, फारबिसगंज रेलवे स्टेशन, जोगबनी रेलवे स्टेशन सहित भारत-नेपाल बॉर्डर पर भी कोरोना संबंधी जांच के लिये कर्मी प्रतिनियुक्त किये गये हैं।
सभी पीएचसी प्रभारी को जांच बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। नतीजतन पिछले कुछ दिनों में जांच की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि अब टीका की दूसरी डोज लेने के 09 माह की अवधि पूरी कर चुके 18 साल से अधिक उम्र के तमाम लोगों को प्रीकॉशन डोज का टीका लगाया जा रहा है। इसे लेकर विशेष अभियान भी संचालित किये जा रहे हैं। इसमें चिह्नित लाभुकों को टीका लगाने कर्मी उनके घर पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमण की संभावित खतरे से बचाव के लिये प्रीकॉशन डोज लेना जरूरी है।
प्रीकॉशन डोज लेना सभी के लिये जरूरी :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन द्वारा जारी एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि प्रीकॉशन डोज का अब तक कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं दिखा है। डोज लेने के बाद सामान्य समस्याएं जैसे शरीर में दर्द, थकान व बुखार सामान्य है। जो एक से दो दिन में अपने आप ठीक हो जाता है। जो किसी बीमारी का लक्षण नहीं बल्कि शरीर पर टीका के प्रभाव को दर्शाता है. जो बेहद आम है। उन्होंने कहा कि 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिये तो ये निहायत जरूरी है। क्योंकि इस उम्र के लोगों के संक्रमित होने का खतरा अधिक होता है। गंभीर रोग से ग्रसित अधिक उम्र के लोग भी जरूरी चिकित्सकीय परामर्श के बाद टीका की तीसरी डोज जरूर लगायें।
प्रीकॉशन डोज के मामले में तेजी लाने का हो रहा प्रयास :
डीपीएम स्वास्थ्य रेहान अशरफ ने बताया कि जिले में फिलहाल 18 साल से अधिक उम्र के 76, 327 लाभुक ऐसे हैं जिन्हें प्रीकॉशन डोज का टीका लगाया जाना है। इसमें 18, 579 लोगों को प्रीकॉशन डोज का टीका लगाया जा चुका है। शेष बचे लाभुकों को टीका लगाने के लिये जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिले में प्रीकॉशन डोज के मामले में पलासी प्रखंड का प्रदर्शन सबसे बेहतर है। वहीं मामले में फारबिसगंज दूसरे, जोकीहाट तीसरे, अररिया चौथे, भरगामा पांचवें, नरपतगंज छठे, कुर्साकांटा सातवें, सिकटी आठवें व रानीगंज नौवें स्थान पर है। संबंधित प्रखंडों में टीकाकरण के मामले में सुधार को लेकर जरूरी निर्देश दिये गये हैं।