- किट के जरिये नव विवाहिताओं को नियोजन उपायों के प्रति किया जा रहा जागरूक
- जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रयासों के विभाग द्वारा नई पहल किट का किया जा रहा वितरण
अररिया, 20 दिसंबर, SON OF SIMANCHAL, GYAN MISHRA
जिले में जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रयासों के तहत आम लोगों को सीमित परिवार के महत्व से अवगत कराया जा रहा है। इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग नवविवाहित जोड़ों को उपहारस्वरूप विशेष किट उपलब्ध करा रहा है। नई पहल नाम से दिये जाने वाले इस किट में परिवार के समग्र विकास की थीम पर आधारित जरूरी सामग्री को शामिल किया गया है। इसके माध्यम से नवविवाहिताओं को जनसंख्या नियंत्रण के प्रति प्रेरित करने का प्रयास किया जा रहा है।
उच्च प्रजनन दर को नियंत्रित करने का हो रहा प्रयास :
जिले में उच्च प्रजनन दर को देखते हुए जिलाधिकारी प्रशांत कुमार सीएच के निर्देश पर परिवार नियोजन सेवाओं के प्रति नवदंपतियों को जागरूक करने के उद्देश्य से विशेष पहल की जा रही है। इसके तहत नवदंपतियों को स्वास्थ्य संस्थानों में आमंत्रित कर उन्हें छोटे परिवार के महत्व से अवगत कराया जा रहा है। परिवार नियोजन संबंधी सेवाओं के प्रति जागरूक करने की कोशिशें की जा रही हैं।
सोहदंर हाट एपीएचसी में हुआ नई पहल किट का वितरण-
इसी कड़ी में जिले के पलासी प्रखंड अंतर्गत सोहंदर हाट एपीएचसी में क्षेत्र की 50 नवविवाहिताओं को आमंत्रित कर उन्हें नई पहल किट प्रदान किया गया। पलासी पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जहांगीर आलम ने बताया कि परिवार नियोजन उपायों को मजबूती देने पर बढ़ती जनसंख्या पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने के प्रयासों के तहत यह विशेष प्रयास किया जा रहा है। बीसीएम राजा वसीम ने बताया नई पहल किट में जूट के एक बैग में बधाई पत्र, विवाह पंजीकरण फार्म, जागरूकता संबंधी पंपलैट, कंडोम, आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियां, गर्भ जांच किट, अलंकरण स्वच्छता बैग सहित अन्य चीजें शामिल हैं।
परिवार की समृद्धि व खुशहाली का आधार है छोटा परिवार -
सिविल सर्जन डॉ एमपी गुप्ता ने बताया कि जिले के उच्च प्रजनन दर को नियंत्रित करने के उद्देश्य से कई स्तरों पर जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। स्वास्थ्य संस्थानों में विशेष आयोजन के तहत नवविवाहितों को नई पहल किट का वितरण भी इसी पहल का हिस्सा है। उन्होंने बताया कि सुखी व समृद्ध परिवार के लिये परिवार का छोटा आकार महत्वपूर्ण है। बच्चों के सर्वांगीण विकास व महिलाओं की सेहतमंद जिंदगी के लिये भी दो बच्चों के बीच कम से कम तीन साल का अंतर होना जरूरी है।
स्वास्थ्य केंद्रों पर आमंत्रित कर दिया जा रहा किट :
स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम रेहान अशरफ ने परिवार की खुशहाली व समृद्धि के प्रति नवदंपतियों को जागरूक करने के उद्देश्य से नई पहल किट के वितरण को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि किट वितरित किये जाने के उद्देश्य से संबंधित क्षेत्र के नवविवाहिताओं को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर आमंत्रित किया जा रहा है। जहां उन्हें परिवार नियोजन, छोटे परिवार का महत्व सहित सुखी व समृद्ध परिवार के लिये जरूरी अन्य महत्ववपूर्ण पहलूओं से अवगत कराते हुए किट का वितरण किया जा रहा है।