Header Ads Widget

जदयू विधायक विधायक मीना कामत ने विकास कार्यों में गति लाने की पहल तेज कर दी है



मधुबनी से आशिष झा / लदनियां से हरिश्चन्द्र यादव की रिपोर्ट

  लदनियां वाया जयनगर-नरैहिया एन एच 104 (227) बनने से पूर्व प्रखंड के पद्मा व कुमरखत पश्चिमी मौजे की जमीन का अधिग्रहण किया गया था, जिसमें दर्जनों किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया था। काफी विलंब के बाद जब मुआवजा नहीं मिला तो कुछ सामर्थ्यवान भूस्वामियों ने हाई कोर्ट की शरण ली थी। 

कोर्ट के आदेश पर संबंधित याचिकाकर्ताओं को मुआवजे की राशि मिली। ऐसे भूस्वामी, जिसने अर्थाभाव में कोर्ट की शरण नहीं ली, इन्हें आजतक मुआवजे की राशि नहीं मिली है। प्रभावितों की शिकायत पर विधायक मीना कुमारी ने मंत्री, पथ निर्माण विभाग, बिहार सरकार, पटना से इसकी जांच कराकर संबंधित लोगों के लिए उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है।
 
        उन्होंने पश्चिमी कोसी नहर के बसहा से श्रीरामपुर होते हुए देवहार जाने वाली उपवितरणी नहर के जीर्णोद्धार की भी मांग की, जिसके निर्माण का रास्ता प्रशस्त हो गया है। 

 विधायक मीना कुमारी ने विधानसभा में इसकी मांग की थी। संकल्प - 385 / 021 में सरकार द्वारा दिये गये जवाब के अनुसार बाबूबरही प्रखंड स्थित बसहा गांव के समीप पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के अधीन झंझारपुर शाखा नहर के 9.00 आरडी के दांंये भाग से देवहार उपवितरणी नहर निकलती है, जो श्रीरामपुर होते हुए आगे तक जाती है। 34.60 आरडी लंबाई की इस नहर  के अवशेष कार्य के लिए 2019 में ही एकरारनामा किया गया था। एकरारनामा के मुताबिक  5 अदद गैप में मिट्टी कार्य करा लिया गया है। पुनर्स्थापन के लिए पुनः 28 दिसंबर 020 को एकरारनामा संपादित किया गया, जिसके तहत देवहार उपवितरणी नहर को 2022 में मानसून आनेतक पूर्ण कर लिया जायेगा।

     उन्होंने सिधपकला से खजौली वाया राजनगर तक की सड़क के निर्माण की भी मांग की है। मांगपत्र के अनुसार इसके बनने से लदनियां व खजौली से मधुबनी की दूरी कम जाएगी।