न्यूज़ डेस्क। मांझी के आवास के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं, पूरा इलाका छावनी में तब्दील हुआ प्रतीत हो रहा है। किसी प्रकार के विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस पूरी तरह से चाक चौबंद नजर आ रही है। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आसपास बैरिकेडिंग की व्यवस्था भी की गई है। स्थानीय थाने के बड़े अधिकारी खुद पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। गौरतलब है, मांझी ने इसी सप्ताह ब्राह्मण समाज और हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया था। जिससे ब्राह्मण समाज में काफ़ी रोष देखने को मिल रहा है।
मामले के बढ़ता देख बाद में उन्होंने माफी मांगी थी लेकिन उनकी टिप्पणी के खिलाफ राज्य के ब्राह्मण समुदाय का गुस्सा थमता नजर नहीं आ रहा है। मौसम चुनावी है, तो विपक्षी दल भी बैठे बिठाए मिले मुद्दे को हाथ से जाने देना नही चाहते और कई नेताओं ने जीतन राम मांझी पर तंज कसने लगे, जहा कई नेताओ ने इसे मांझी की शर्मनाक हरकत कहा तो कुछ ने ओछी मानसिकता तक करार दे दिया। अब नेता इस मुद्दे को कितना भुनाते है और यह मामला कहा तक जाता है यह तो समय ही बताएगा फिलहाल विवादित बयान देने के बाद मांझी के खिलाफ देश के कई शहरों में प्रदर्शन हो रहे हैं।
उधर जीतन राम मांझी की जीभ काटने वाले ब्राम्हण को 11 लाख रुपए देने की घोषणा गजेंद्र झा ने की थी । बाद में पार्टी ने गजेंद्र झा को पार्टी से निष्काशित कर दिया गया है।