न्यूज़ डेस्क। राजद सुप्रीमो एक लंबे अंतराल के बाद फिर से बिहार की राजनीति में सक्रिय हो चुके हैं। करीब छह साल बाद लालू यादव आज बुधवार को तारापुर के ईदगाह मैदान में खूब गरजे। उनके निशाने पर सीएम नीतीश कुमार और भाजपा दोनों रहें। ईदगाह मैदान में राजद प्रत्याशी अरुण कुमार साह के पक्ष में चुनावी सभा में लालू ने कहा कि हमने पटना आकर यह बयान दिया था कि तेजस्वी ने सरकार का बहुत कुछ बिगाड़ रखा है। बाकी जो कुछ बचा है, उसका हम विसर्जन कर देंगे। इस बयान का गलत मतलब निकाला गया। उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव में ना बम चलेगा, ना गोली और न गोला चलेगा, जीतेगा भोला। भोला का मतलब भीड़ से रहा।
लालू प्रसाद की एक झलक देखने के लिए समर्थक बेताब दिखे। उन्हें सुनने के लिए दूर-दराज से भी लोग पहुंचे थे। चुनावी रैली को संबोधित करते हुए लालू ने कहा कि नीतीश को गले लगाया लेकिन वे काम के नहीं निकले, नीतीश भाजपा में नहीं जाने की बात कहते थे। लालू ने कहा कि उन्होंने सांप्रदायिक ताकतों के आगे कभी हार नहीं मानी। लालू ने कहा कि उन्होंने भाजपा से कभी कोई समझौता नहीं किया।
लालू ने कहा कि नीतीश सरकार में कहीं काम नहीं, रोजगार नहीं। तेजस्वी को बिहार की जनता ने मुख्यमंत्री बना दिया था, पर बेईमानी कर दिया, हम जेल में थे। मैं आ गया हूं और आप लोगों के बीच लगातार रहूंगा। तारापुर को हम अनुमंडल, भागलपुर, मुंगेर को हम कमिश्नरी बनाए थे। JDU का उम्मीदवार बम कांड में लिप्त है। लालू यादव में महंगाई की चर्चा करते हुए कहा कि कड़ुा तेल का दाम आसमान छू रहा है। मोदी ने नोटबंदी करके देशवासियों को परेशान किया है।15-15 लाख देने का वादा मोदी ने पूरा नहीं किया।हमारी सरकार ने खाद्य योजना ली थी। पर अभी जनता का दाल नहीं मिल रहा है. सारा दाल सरकार पी गई है।