मधुबनी - लदनियां से हरिश्चन्द्र यादव की रिपोर्ट
कोरोना को मात देने में निर्भयता, सतर्कता व सकारात्मक सोच की भूमिका अहम है। यही कारण है कि कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में आकर भी लोग स्वस्थ हो रहे हैं। कुछ ऐसा ही पद्मा गांव निवासी सह जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव नवलकिशोर झा (55) ने कर दिखाया है। बुखार को लाईलाज होते देख उसने दरभंगा स्थित आरबी मेमोरियल में दिखाया। सीटी स्कैन के बाद उन्हें कोरोना पॉजीटिव होने की जानकारी मिली। बेहतर ईलाज के लिए रांची के एक निजी अस्पताल में अपने बड़े भ्राता युगल किशोर झा के सहयोग से उन्होंने रांची स्थित एक निजी अस्पताल की शरण ली। उन्हें चिकित्सक ने उचित इलाज देकर रांची स्थित उनके पुत्र के आवास पर होम आईसोलेट किया। जहां उसने कोरोना को परास्त किया। स्वस्थ होने के बाद श्री झा को कोरोना संक्रमितों का हौसला अफजाई करते देखा जा रहा है। इन्होनें कहा कि होम आईसोलेशन अस्पताल से बेहतर विकल्प साबित हो रहा है। अपनो के बीच जहां भय में कमी आती है, वहीं गर्म पानी, पौष्टिक भोजन, काढ़ा, विषाणुरहित वातावरण मिल पाता है। घर के सदस्यों से बातचीत होते रहने के कारण आत्मबल में मजबूती आती है। सुबह से लेकर शाम तक दवा के साथ योगाभ्यास की भूमिका कोरोना को मात देने में अहम साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि चिंता को भगाने के लिए आध्यात्मिक चिंतन की तरफ मनोमस्तिष्क का झुकाव कारगर सिद्ध हुआ है। उनके स्वस्थ होने की खबर पर लोगों ने प्रसन्नता प्रकट की है। प्रसन्नता प्रकट करने वालों में संजू झा, वीरेंद्र झा, शकील अख्तर, राजकुमार ठाकुर, कृष्णकुमार झा, भोगेन्द्र यादव, रामकुमार यादव, कपिलदेव साफी आदि शामिल हैं।