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स्वास्थ्य विभाग को पिरामल ने उपलब्ध कराया 10 ऑक्सीजन कॉसेंट्रेटर व 160 प्लस ऑक्सीमीटर - संक्रमित मरीजों के ऑक्सीजन लेवल की जांच व ऑक्सीजन उपलब्ध सुनिश्चित कराना होगा आसान - ऑक्सीजन की खपत कम करने व होम आइसोलेशन वाले मरीजों के नियमित जांच में मिलेगी सुविधा



अररिया, 29 मई ।ज्ञान मिश्रा..

कोरोना संक्रमित मरीजों की नियमित जांच व जरूरतमंद मरीजों को ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराना जिला स्वास्थ्य विभाग के लिये अब तक बड़ी चुनौती साबित हुई है। इसे लेकर जिले में जरूरी उपकरणों की कमी को देखते हुए नीति आयोग से संबद्ध स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिये कार्यरत संस्था पिरामल स्वास्थ्य ने जिला स्वास्थ्य विभाग को 10 ऑक्सीजन कॉसेंट्रेटर व 160 प्लस ऑक्सीमीट उपलब्ध कराया है। एक कार्यक्रम के दौरान पिरामल स्वास्थ्य के डीटीएम डॉ अफरोज ने सिविल सर्जन को उक्त सामग्री हस्तगत कराया। मौके पर सिविल सर्जन डॉ एमपी गुप्ता सहित डीआईओ डॉ मोईज, डीपीएम रेहान अशरफ सहित अन्य मौजूद थे।

- ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने में होगा मददगार :

सिविल सर्जन ने बताया कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में जरूरतमंद मरीजों को समय पर ऑक्सीजन उपलब्ध कराना स्वास्थ्य विभाग के लिये बड़ी चुनौती साबित रहा है। विभाग के पास पूर्व से 62 ऑक्सीजन कॉसेंट्रेटर उपलब्ध थे। जो विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों व जिले में कोरोना मरीजों के इलाज के लिये संचालित अस्पतालों में क्रियाशील हैं। 

अब विभाग के पास ऑक्सीजन कॉसेंट्रेटर की संख्या बढ़ कर 72 हो गयी है। इससे मरीजों को समय पर ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने में मदद मिलेगी। साथ ही इसे विभिन्न कोरोना अस्पतालों व सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में संचालित स्वास्थ्य संस्थानों को उपलब्ध कराया जायेगा। ताकि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराया जा सके। 



डीआईओ डॉ मोईज ने कहा किसी मरीज का ऑक्सीजन लेवल 94 से कम होने पर उन्हें बाहर से ऑक्सीजन देने की जरूरत होती है। ऑक्सीजन कॉसेंट्रेटर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होने से ऑक्सीजन सिलिंडर की खपत कम होगी। ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार में भी यह मददगार साबित होगा।

- होम आइसोलेशन वाले मरीजों की रियल टाइम मॉनिटरिंग होगी आसान :

डीपीएम रेहान अशरफ ने कहा कोरोना से जारी हमारी लड़ाई में पिरामल द्वारा उपलब्ध कराया गया पल्स ऑक्सीमीटर बेहद उपयोगी साबित होगा। विभाग अपने माध्यम से भी इसकी कमी को दूर करने के प्रयासों में जुटा था। फिलहाल जिले में कोरोना संक्रमण के एक हजार मरीज होम आइसोलेशन में हैं। जिनके नियमित स्वास्थ्य निगरानी के लिये सरकार ने हिट कोविड एप लॉच किया है। इसके बाद से ऑक्सीमीटर की उपयोगिता काफी बढ़ गयी है। इससे मरीजों की रियल टाइम मॉनिटरिंग आसान होगी। उपलब्ध कराया गया ऑक्सीजन कॉसेंट्रेटर प्रति मिनट पांच लीटर ऑक्सीजन जेनरेट करने में सक्षम है। इससे ऑक्सीजन की खपत कम करने में मदद मिलेगी। कोरोना काल खत्म होने के बाद भी इसकी उपयोगिता बनी रहेगी। सभी प्रसव गृह में इसकी उपलब्धता मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम करने में मददगार है।