अररिया से ज्ञान मिश्रा की रिपोर्ट:
अररिया - केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों द्वारा भारत बंद राष्ट्रव्यापी हड़ताल का असर विभिन्न क्षेत्रों और सेवाओं पर व्यापक रूप में देखा गया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अररिया जिला उपाध्यक्ष अवेश यासीन, कांग्रेस अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष अवेश यासीन जत्था के साथ विकास मार्केट में बंद का जायजा लेते नज़र आए। अररिया चांदनी चौक और जीरो माईल मै धरना प्रदर्शन किया गया पर कांग्रेस विचार विभाग के अररिया जिला उपाध्यक्ष एजाज़ आलम,तारीक इकबाल सोनु,हैदर यासीन फाउंडेशन के बैनर तले फैसल जावेद यासीन,मोहतसीम अख्तर आदि भी किसान आन्दोलन के समर्थन में प्रोटेस्ट करते नज़र आए। अररिया जीरोमाइल में भारत बंद के समर्थन में राजद महिला सेल की अध्यक्ष लवली नवाब, युवा राजद प्रदेश सचिव विजय यादव, युवा राजद के जिला महासचिव मोहतसीम अख्तर तथा युवा राजद के अररिया नगर अध्यक्ष मीर तनवीर आलम धरना प्रदर्शन करते हुए नजर आए।
आन्दोलन में शामिल भारत बंद समर्थक समाज सेवी फैसल जावेद यासीन ने हाथों में हैज़टेग अररिया का मुद्दा लिखे हुए बैनर तले मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों के नेताओं और केंद्र के बीच पांचवें दौर की बातचीत गतिरोध तोड़ने में विफल रही है। इसका कारण है सरकार सिर्फ बातचीत का ढकोसला कर रही है।किसान मूल्य उत्पादन और कृषि सेवा अधिनियम 2020 और आवश्यक वस्तु संशोधन अधिनियम 2020 पर किसानों के उत्पादन व्यापार और वाणिज्य संवर्धन और सुविधा अधिनियम 2020, किसानों के सशक्तिकरण और संरक्षण समझौते का विरोध कर रहे हैं। किसानों का दावा है कि ये कानून भविष्य में न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली को समाप्त करते हैं और कॉर्पोरेट्स को कृषि क्षेत्र पर पूरा नियंत्रण प्रदान करेंगे।
फैसल जावेद यासीन ने कहा भारत एक कृषि प्रधान देश है “हम किसान के बेटा- पोता हैं किसान हैं और किसानों के संघर्ष के प्रति पूरी सहानुभूति रखते हैं और उनकी मांग का समर्थन करते हैं तथा अंतिम क्षण तक अपने लिए अपने अन्नदाताओं के लिए इस लड़ाई में साथ खड़े रहेंगे।