शिक्षा विभाग में व्याप्त कथित भ्रष्ट्राचार को लेकर शिक्षको का गुस्सा सामने आ गया है। जिले के प्राथमिक और माध्यमिक संघ के सभी नियोजित शिक्षको ने इसे लेकर मोर्चा खोल दिया है। साथ ही सामूहिक रूप में जमकर नारेबाजी की। स्थिति में सुधार नहीं होने पर डी एम तक मामले को ले जाने की चेतावनी दी है।
प्रारम्भिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश शास्त्री की अध्यक्षता में इसे लेकर एक बैठक की गयी। स्टेशन रोड स्थित मोडल अभ्यास विधालय में आयोजित बैठक में बड़ी संख्या में शिक्षको ने भाग लिया। इसमें माध्यमिक नियोजित संघ के शिक्षक भी शामिल थे।
बैठक में आरोप लगाया गया कि शिक्षको को शिक्षा विभाग कार्यलय में छोटे छोटे काम के लिए भी नजराना के लिए मजबूर किया जाता है। जिला शिक्षा कार्यलय में स्थायी लिपिक की तैनाती के बाद भी हाई स्कूल के शिक्षक को किरानी के रूप में तैनात कर शिक्षको का दोहन किया जा रहा है।
शिक्षको के बकाया एरियर आदि की निकासी का काम बिना नजराना का होना सम्भव ही नहीं है। बैठक में अगले सप्ताह डीएम से मिलने का निर्णय लिया गया है।
उसके बाद भी किसी प्रकार के निदान नहीं होने पर आगे की रणनीति तय की जाएगी। कार्यालय में भ्रष्ट्रचार के कारण जिले भर के शिक्षक ठगे से महसूस करते है।