मधुबनी-लदनियां से हरिश्चन्द्र यादव की रिपोर्ट
लदनियां प्रखंड की पथराही पंचायत के भुरकुरिया गांव स्थित बीएसएनएल मोबाइल टावर की सेवा से लोग वंचित हैं। लोगों के अनुसार विगत एक वर्ष से यह बंद पड़ा है। बीएसएनएल की सीम रखने वाले प्रायः सभी लोग दूसरी कंपनी की सीम से जुड़ गये है। राम सिंह की जमीन में इसे लगाया गया था।
इसे संचालित करने के लिए ऑपरेटर की नियुक्ति हुई थी, जो टाबर की सेवा समाप्त होने के बाद अन्यत्र चला गया। इससे सम्पर्क नहीं साधा जा सका। जानकारों ने बताया कि वहां पूर्व में ईटीसी कंपनी द्वारा बोडा व अन्य आइडिया का टावर लगाया गया था। कंपनी से हुए समझौते के बाद बीएसएनएल को टावर चलाने की अनुमति दी गई। लेकिन घाटे में चल रहे इस कंपनी ने अपनी सेवा बंद कर दी। फिलहाल ईटीसी ने जीओ को अपना टावर दिया है।
इसी तरह इस प्रखंड के सिधपा, पद्मा, खाजेडीह व लदनियां बाजार में बीएसएनएल का टावर है, जिसका संचालन बिजली आने पर होता है, बिजली कटते ही इसकी सेवा समाप्त हो जाती है। संचालकों के अनुसार कंपनी ने विगत छह वर्षों से तेल देना बंद कर दिया है।
सवाल उठता है कि सभी सरकारी कार्यालयों में बीएसएनएल के टेलीफोन नम्बर्स आवंटित हैं। आसन्न विधानसभा चुनाव में कर्मियों को सरकारी नम्बर दिये जाते हैं। बीएसएनएल की सेवा दिनानुदिन कमजोर पड़ती जा रही है। ऐसी स्थिति में चुनावकर्मी सम व विषम परिस्थिति का सामना कैसे करेंगे।