"रंग - उल्लास-2025" के द्वितीय दिवस, आज दिनाँक 07-12-2025,दिन रविवार को सन्ध्या 07:00 बजे से रंगरूप, वैशाली की नाट्य प्रस्तुति "वैष्णव " का मंचन प्रयास रंग अड्डा, पटना में किया गया। प्रसिद्ध व्यंग्यात्मक कथाकार श्री हरि शंकर परसाई लिखित कहानी वैष्णव जिसका नाट्य रूपांतरण श्री राजेश कुमार द्वारा किया गया है एवं निर्देशन रंगकर्मी जनाब अंजारूल हक़ ने किया है।
कथासार
" वैष्णव की फिसलन " एक महत्पूर्ण व्यंग्य रचना है। जिसके माध्यम से उन्होंने सेठ, साहूकारों, महाजनों, व्यापारियों, धनलोभियों पर प्रतीकात्मक गहरी करारी चोट की है। व्यापार धर्म की ओट लेकर आगे बढ़ता है तो पतन दिखने लगता है। "वैष्णव" भी उन्ही में से एक है । तर्क के आगे पाप-पुण्य में भेद समाप्त हो जाता है। क्या पैसा ही सब कुछ है ? ईश्वर ने जग में मानव की रचना क्या इसीलिए की है? हमारा सामाजिक दायित्व क्या यही है ?
सशक्त निर्देशन एवं उम्दा अभिनय इस नाट्य प्रस्तुति की ख़ासियत है। कुल मिलाकर एक सराहनीय प्रस्तुति कही जाएगी।
नाटक में भाग लेने वाले कलाकारों के नाम:-
मंच पर :-
आदिल रशीद
मंच परे (नेपथ्य कर्मी)
निर्देशक - अंजारूल हक़
नाट्य रूपांतरण - राजेश कुमार
प्रकाश - रवि बबलू
मेकअप - प्रिंस राज
मीडिया प्रभारी- मनीष महिवाल
प्रस्तुति- रंगरूप, वैशाली ।
महोत्सव के द्वितीय दिवस की सन्ध्या द्वितीय प्रस्तुति नाटक "मरणोपरान्त" का सफल मंचन शुभ्रो भट्टाचार्या के निर्देशन में समय 8:15 से किया गया।
कथासार
महानगरों की जीवन शैली में आर्थिक सम्पन्नता एक मजबूरी बन जाती है। बेहतर जीवन जीने की लालसा में इंसान दिन-रात बस पैसे कमाने के लिए प्रयासरत रहते हैं। इस होड़ में कई बार लोग एक ही छत के नीचे रहते हुए भी एक - दूसरे के साथ नहीं होते हैं।
यह नाटक एक ऐैसी ही पति-पत्नी की कहानी है जिसके जीवन में एक तीसरे व्यक्ति का भी प्रवेश हो जाता है यानी पत्नी के प्रेमी का। इसका खुलासा तब होता है जब पत्नी की एक दुर्घटना में आकस्मिक मृत्यु हो जाती है। पत्नी की मृत्यु के उपरांत उसका पति एवं प्रेमी एक - दूसरे से मिलते हैं एवं अपनी-अपनी यादें साझा करते हैं। अफसोस की बात है कि अब उनके पास पश्चाताप के अलावा कुछ भी नहीं रह जाता है। मुलाकात के उपरान्त दोनों अपने अपने जीवन में व्यस्त हो जाते हैं और सामान्य जीवन जीने लगते हैं।
मंच पर
व्यक्ति 1 - सौरभ राजा
व्यक्ति 2 - धीरज कुमार
मंच परे
मंच सज्जा - राजीव रंजन केसरी
मेकअप - प्रिंस राज
वस्त्र विन्यास - धीरज कुमार
प्रकाश परिकल्पना - रवि बबलू
परिकल्पना एवं निर्देशन - शुभ्रो भट्टाचार्या
मीडिया प्रभारी,
मनीष महिवाल,
सम्पर्क-9304858403,9835294888.






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