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जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी, पटना द्वारा आज समाहरणालय स्थित सभागार में निर्वाचक सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान में प्रगति की समीक्षा की गई।



पटना। जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी, पटना द्वारा आज समाहरणालय स्थित सभागार में निर्वाचक सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान में प्रगति की समीक्षा की गई। इस महत्वपूर्ण बैठक में उप विकास आयुक्त, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (आईसीडीएस), जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (जीविका) एवं अन्य भी उपस्थित थे। साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, त्रि-स्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि, सभी प्रखंडों के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक जीविका, सभी ब्लॉक कॉर्डिनेटर आईसीडीएस, सिटी मिशन मैनेजर (एनयूएलएम), सभी पंचायत सचिव, सभी सीआरपी, जीविका एवं अन्य भी जुड़े हुए थे।




जिलाधिकारी ने कहा कि आज की यह अहम बैठक निर्वाचक सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के बारे में आप सबको सेंसिटाईज करने के लिए बुलाया गया है। आप सभी जानते हैं कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निदेशों के अनुसार सभी बीएलओ द्वारा निर्वाचकों के बीच गणना फॉर्म (ईएफ) का वितरण किया जा रहा है तथा आवश्यक दस्तावेजों के साथ निर्वाचकों से इसे संग्रह भी किया जा रहा है। इस प्रक्रिया में तेजी लाने की आवश्यकता है। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 26 जुलाई तक यह प्रक्रिया पूर्ण कर ली जानी है। 01 अगस्त को प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन होगा। जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि शत-प्रतिशत निर्वाचकों के बीच गणना फॉर्म का वितरण तथा उनसे आवश्यक दस्तावेजों के साथ इसे संग्रह करना सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी सुनिश्चित कराएँ। 




जिलाधिकारी ने कहा कि वितरण एवं संग्रहण में सहयोग प्रदान करने हेतु वोलंटियर्स को तैनात किया गया है। पटना जिला में 1,941 अनुसूचित जाति टोला है। इन टोलों में 500 विकास मित्रों को मुस्तैद किया गया है। 



जिलाधिकारी ने कहा कि पटना नगर निगम के अतिरिक्त पटना में 16 अन्य नगर निकाय है। सभी 17 नगर निकायों में नगर कार्यपालक पदाधिकारियों को विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान तत्परतापूर्वक करने का निदेश दिया गया है। पटना नगर निगम क्षेत्र में चार विधान सभा क्षेत्रों यथा दीघा, बांकीपुर, कुम्हरार एवं पटना साहिब में लगभग 1,550 बूथ (मतदान केन्द्र) अवस्थित है। इन चार विधान सभा क्षेत्रों में करीब 18 लाख मतदाता हैं। शहरी क्षेत्रों में सहायता हेतु राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम) के सदस्यों को फैसिलिटेटर के तौर पर लगाया गया है। एनयूएलएम में पटना नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत 20 कॉम्युनिटी रिसोर्स पर्सन तथा 796 स्वयं सहायता समूहों में 7,960 सदस्य हैं। सिटी मिशन मैनेजर को शहरी क्षेत्रों के सभी बीएलओ को सहायता प्रदान करने हेतु ईआरओ के साथ समन्वय कर एनयूएलएम के सदस्यों को तैनात करने का निदेश दिया गया है।



जिलाधिकारी ने कहा कि दीघा, बांकीपुर, कुम्हरार एवं पटना साहिब विधान सभा क्षेत्रों को छोड़कर ग्रामीण क्षेत्रों के 10 विधान सभा क्षेत्रों में 3,356 बूथ पर जीविका के 3,356 कैडर को बीएलओ को सहायता प्रदान करने हेतु तैनात किया गया है। आईसीडीएस के 4,978 सेविकाओं को पटना जिला में गणना प्रपत्र के वितरण एवं संग्रह कार्य में सहयोग करने हेतु तैनात किया गया है। इसके साथ-साथ अन्य विभागों के पदाधिकारियों को भी विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान में संलग्न किया गया है। ये सभी आयोग के निदेशों के अनुसार अभियान में सहयोग प्रदान करेंगे।  

जिलाधिकारी द्वारा जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (आईसीडीएस), जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (जीविका) तथा अपर नगर आयुक्त, पटना नगर निगम को अपने-अपने अधीनस्थ शत-प्रतिशत वोलंटियर्स को प्रशिक्षण देने का निदेश दिया गया है ताकि ये लोग गहन पुनरीक्षण कार्य में फैसिलिटेटर की भूमिका सुचारूपूर्वक निभाएँ तथा बीएलओ को सहयोग प्रदान करें।  

जिलाधिकारी ने पदाधिकारियों को अभियान में सभी स्टेकहोल्डर्स की सक्रिय भूमिका सुनिश्चित करने का निदेश दिया।

जिलाधिकारी ने कहा कि ईआरओ को वितरण एवं संग्रह कार्य में तेजी लाने के उद्देश्य से संपूर्ण पटना जिला में हरेक सप्ताह दो दिन- शनिवार एवं रविवार को- सभी मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से दोपहर बारह बजे तक शिविर लगाने का निदेश दिया गया है। सभी बीएलओ इस अवधि में दोनों दिन अपने-अपने बूथ पर शिविर में उपस्थित रहेंगे, निर्वाचकों के बीच गणना फॉर्म (ईएफ) का वितरण करेंगे एवं निर्वाचकों से आवश्यक दस्तावेजों के साथ इसे संग्रह करेंगे। सभी निर्वाचकों से अनुरोध की गई है कि शिविरों में बड़ी संख्या में आकर गणना फॉर्म भरें तथा इसे आवश्यक दस्तावेजों के साथ जमा करें। शेष सभी दिन एवं समय सभी बीएलओ अपने-अपने क्षेत्रों में डोर-टू-डोर विजिट कर गणना फॉर्म (ईएफ) के वितरण एवं निर्वाचकों से आवश्यक दस्तावेजों के साथ इसे संग्रह करने की कार्रवाई करेंगे।

जिलाधिकारी द्वारा डोर-टू-डोर गणना फॉर्म (ईएफ) के वितरण एवं निर्वाचकों से आवश्यक दस्तावेजों के साथ इसे संग्रह करने की प्रक्रिया में तेजी लाने सहित भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया। प्रत्येक मतदाता से अपील की गई कि वे गणना प्रपत्र को आवश्यक सेल्फ-एटेस्टेड दस्तावेजों के साथ संलग्न कर तथा घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करते हुए यथाशीघ्र संबंधित बीएलओ को उपलब्ध कराएं। मतदाता voters.eci.gov.in पर एपिक नंबर डालकर भी गणना प्रपत्र प्राप्त कर सकते हैं। ऑनलाइन माध्यम से गणना प्रपत्र भरने एवं दस्तावेज अपलोड करने की सुविधा https://voters.eci.gov.in एवं ECINet App पर भी उपलब्ध हो रही है। 

जिलाधिकारी ने कहा कि बिहार के लिए अंतिम गहन पुनरीक्षण आयोग द्वारा वर्ष 2003 में 01 जनवरी, 2003 को अर्हता तिथि मानते हुए किया गया था। 1 जनवरी, 2003 की अर्हता तिथि तक मतदाता सूची में दर्ज मतदाताओं को विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान, 2025 के दौरान गणना प्रपत्र के साथ दस्तावेज देने की आवश्यकता नहीं है। दिनांक 01.01.2003 की अंतिम गहन पुनरीक्षित मतदाता सूची में शामिल मतदाताओं को केवल अपनी प्रविष्टियों की पुष्टि करनी है और गणना प्रपत्र भरकर जमा करना है। इसके अतिरिक्त, यदि किसी मतदाता के माता या पिता में से कोई एक व्यक्ति 01.01.2003 तक मतदाता सूची में शामिल रहे हैं, तो ऐसे व्यक्ति को विशेष गहन पुनरीक्षण, 2025 के दौरान नामांकन के लिए उनसे संबंधित किसी भी दस्तावेज को प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं होगी, चाहे उस व्यक्ति की जन्मतिथि कुछ भी हो। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह की सहायता के लिए जिला सम्पर्क केन्द्र-सह-मतदाता हेल्पलाइन टॉलफ्री नम्बर 1950 पर कॉल कर सकते हैं।