पटना। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी एवं दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने पटना में पार्टी के राज्य कार्यालय में गुरूवार को पार्टी के केन्द्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सूरजभान सिंह, प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज पासवान, राष्ट्रीय महासचिव पूर्व सांसद चंदन सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल के साथ प्रेस वार्ता को संबोधित किया।
पार्टी कार्यालय में बड़ी संख्या में उपस्थित पत्रकारों को संबोधित करते हुए पशुपति कुमार पारस ने कहा कि एनडीए गठबंधन ने विधानसभा चुनाव के पहले ही अपनी हार को स्वीकार कर लिया है। भाजपा एवं एनडीए गठबंधन में शामिल पार्टियां विधानसभा चुनाव में अपने हार के अंदेशा से निर्वाचन आयोग का सहारा लेकर सुदूर गांव एवं राज्य के ग्रामीण एवं मलिन बस्तियों में बसने वाले दलित, गरीब वंचित एवं शोषित तबके के मतदाताओं को मतदान के अधिकार को छिनने का षड्यंत्र रच रही है।
जिस तरह से निर्वाचन आयोग ने बेहद ही कम समय एवं तिथि तय के अंदर मतदाता सूची सत्यापन एवं पुनरीक्षण कराने का निर्णय लिया है और इस अभियान में जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र तथा अन्य दस्तावेज निर्वाचन आयोग ने निर्देश दिया है इसका राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी पुरजोर विरोध करती है। श्री पारस ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी निर्वाचन आयोग एवं अन्य संवैधानिक संस्थाओं का अपने पक्ष में इस्तेमाल कर बिहार एवं देश के अन्य राज्यों में चुनाव जीतना चाहती है, भाजपा के इस मंसूबो को बिहार की जनता कभी भी कामयाब नहीं होने देगी।
श्री पारस ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश को वन नेशन वन पार्टी की ओर ले जाना चाहती है, और भाजपा के बड़े नेताओं का पहले से भी यह बयान बार-बार आता रहा है कि देश से क्षेत्रिये पार्टियों को भाजपा खत्म करेंगी। श्री पारस ने कहा कि निर्वाचन आयोग के मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान के खिलाफ हमारी पार्टी उच्च न्यायलय एवं देश के सुप्रीम कोर्ट जायेगी। हमलोग लोकतंत्र एवं लोकतांत्रिक मूल्यों को समाप्त नहीं होने देगे।
श्री पारस ने कहा कि बिहार में सत्ता परिवर्तन की लहर चल रही है, राज्य की जनता वर्तमान सरकार से छूटकारा चाहती है, बिहार में बदलाव तय है भाजपा सामाजिक न्याय पर भी प्रहार कर रही है, संविधान पर भी प्रहार कर रही है, लेकिन हमारी पार्टी जल्द ही गठबंधन को लेकर बड़ा निर्णय लेगी हमारी पार्टी पूरी मजबूती से विधानसभा का चुनाव लड़ेगी और हम और हमारी पार्टी इस वर्ष बिहार में सामाजिक न्याय की सरकार बनाने को लेकर संकल्पि है। श्री पारस ने आगे वक्फ संशोधन बिल का विरोध करते हुए कहा कि केन्द्र की एनडीए सरकार देश के मुसलमानों के संपतियों, मस्जिदों, मदरसो, खानखाहो को हड़पना चाहती है हमारी पार्टी पूरी मजबूती से देश एवं बिहार के मुसलमानों के साथ खड़ी है हम मुसलमानों के अधिकार और उनकी संपतियों को किसी भी कीमत पर एनडीए सरकार को छिनने नहीं देगें।
पारस ने यह मांग किया कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने जैसे तीनों कृषि कानून वापस लिया था वैसे ही वक्फ संशोधन विधेयक को भी केन्द्र की एनडीए सरकार को वापस लेना होगा। श्री पारस ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर गठबंधन को लेकर सबकुछ तय हो जायेगा। श्री पारस ने कहा कि एनडीए गठबंधन में शामिल दल के शीर्ष नेता अपने ही गठबंधन के नेताओं पर हमलावर है। एनडीए गठबंधन में जल्द ही बड़ी टूट होगी।
इस अवसर पर केन्द्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि 5 जुलाई को पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान जी की जयंती पटना के पार्टी कार्यालय में बेहद ही भव्य रूप से मनाया जायेगा और उस दिन भारी संख्या में रामविलास पासवान के अनुवाययों एवं प्रशंसकों का पटना में महाजुटान होगा। प्रेस काॅन्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज पासवान ने कहा कि हमारी पार्टी ने आज से राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर व्यापक रूप से एक बड़ा अभियान शुरू कर दिया है, इसको लेकर हमारी पार्टी एवं हमारा संगठन दलित सेना राज्य के सभी पंचायतों में दलित महापंचायत एवं दलित महाचैपाल लगायेगा, जिसमें एनडीए के दलित विरोधी नीतियों तथा भाजपा के द्वारा जो दलितों के संवैधानिक अधिकार पर प्रहार किया जा रहा है।
भाजपा दलित विरोधी चेहरों को कार्यक्रम के माध्यम से दलित मतदाताओं के बीच उजागर किया जायेगा। प्रिंस राज पासवान ने कहा कि 14 अप्रैल को बापू सभागार में हमारी पार्टी ने एनडीए गठबंधन से अपना नाता तोड़ लिया था, तब से हमलोग पूरे बिहार में घूम रहे है और जहां भी जा रहे है हर जगह जनता के बीच वर्तमान सत्ता के विरोध में भारी आक्रोश दिख रहा है। इस अवसर पर पार्टी के युवा नेता यशराज पासवान, प्रधान महासचिव केशव सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष महताब आलम, राजेन्द्र विश्वकर्मा, राहुल यादव, शक्ति पासवान, राधाकान्त पासवान सहित पार्टी के अन्य नेता भी मौजूद थे।