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सुशासन बाबू के राज में बलात्कारी शिक्षकों की खुली पोल, पैसे की लालच में अबोध कुमार शिक्षिका से करता था जबरन दुष्कर्म फिर माँ बेटे को जान से मारने की दी धमकी।






लखीसराय : आज जब भारत में नारी को देवी माना जाता है, जब उसे "मातृशक्ति" और "जननी" के रूप में पूजा जाता है, तब उसी भारत में एक शिक्षिका की आस्था, आत्मा और गरिमा को जिस बर्बरता से कुचला गया, वह "द्रौपदी के चीरहरण" की पुनरावृत्ति जैसा प्रतीत होता है।

बिहार के लखीसराय जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला शिक्षिका को घर और ज़मीन दिलाने का झांसा देकर न सिर्फ़ 50 लाख रुपये की ठगी की गई, बल्कि लगातार बलात्कार, मारपीट, अश्लील वीडियो बनाने और वायरल करने की धमकियाँ भी दी गईं। यह मामला नारी अस्मिता, कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा के नाम पर देश-प्रदेश की चुप्पी पर करारा तमाचा है।

पीड़िता जो उत्क्रमित उच्च विद्यालय सिंघौल, लखीसराय में संगीत शिक्षिका के रूप में कार्यरत हैं, ने थाने में दायर शिकायत पत्र में आरोप लगाया है कि आरोपी अबोध कुमार लोसघानी हाई स्कूल अभयपुर लखीसराय में BPSC से संगीत शिक्षक के रूप में नियुक्त है और काजी टोला, सूर्यगढ़ा का निवासी है , ने पहले उन्हें विश्वास में लिया, जमीन और घर दिलाने का झांसा दिया और फिर विभिन्न माध्यमों से कुल ₹50 लाख रुपये ठग लिए। इनमें नकद, चेक और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के साक्ष्य पीड़िता ने संलग्न भी किए हैं।


आरोपित शिक्षक अबोध कुमार 


जब शिक्षिका ने अपने पैसे वापस मांगने की कोशिश की तो अबोध कुमार ने उन्हें अपने घर पर बुलाकर जबरदस्ती बलात्कार किया और धमकाया। यह शारीरिक शोषण कई बार दोहराया गया। पीड़िता का आरोप है कि आरोपी ने चुपके से उनके अश्लील फोटो और वीडियो बनाए और धमकी दी कि अगर वह किसी से कुछ कहेगी, तो यह सब वायरल कर दिया जाएगा।

इस घटना को लेकर पीडिता के अंदर डर और दहशत का माहौल बना हुआ है। आरोपी ने न सिर्फ़ पीड़िता को, बल्कि उनके 14 वर्षीय बेटे को भी जान से मारने की धमकी दी। उसने खुद को एक प्रभावशाली व्यक्ति "प्रहलाद यादव का आदमी" बताया और धमकाया कि वह पीड़िता को बाबू घाट में ज़िंदा गाड़ देगा और कोई उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा। इतना ही नहीं, आरोपी ने शिक्षिका से जबरन उसका मोबाइल छीन कर उसके ही फोन से अश्लील मैसेज खुद को भेजे ताकि बाद में उसे बदनाम किया जा सके। उसने महिला को बैंक लोन के लिए गारंटर भी बनाया, जिससे पीड़िता अब और भी आर्थिक और मानसिक त्रासदी में फंसी हुई है।





अब तो सुशासन बाबू के राज में "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" अभियान का नारा साक्षात दिखाई देने लगा है । जहां बेटी पढ़ाओ तक मामला तो ठीक है लेकिन बेटी बचाओ को लेकर सरकार की योजना में घुन लग और दीमक लग गई है। यह मामला न केवल एक व्यक्ति विशेष की दरिंदगी को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि बिहार में महिलाएं—भले ही वे शिक्षिका जैसे गरिमामय पद पर हों—कितनी असुरक्षित हैं। यह मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के "नारी सशक्तिकरण" के नारों पर गहरे प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। लग रहा है की बिहार में लॉ एण्ड ऑर्डर विधवा हो गई है । क्या बिहार सरकार, महिला आयोग और कानून व्यवस्था अब भी सोती रहेगी? इस घटना के बाद समाज का हर संवेदनशील नागरिक यह पूछने को बाध्य है कि—क्या यही है "सुशासन" का चेहरा? क्या बिहार में कोई महिला सुरक्षित है? क्या अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है?

अब देखना यह है कि प्रशासन, महिला आयोग, शिक्षा विभाग और सरकार इस मामले में किस प्रकार की त्वरित, पारदर्शी और कठोर कार्रवाई करती है। यदि अबोध कुमार जैसे दरिंदों पर कड़ी कार्रवाई नहीं हुई, तो यह न केवल न्याय प्रणाली बल्कि समाज की नैतिकता पर भी कलंक होगा। यह कोई एक महिला की लड़ाई नहीं, यह हर बेटी, बहन और माँ की अस्मिता की लड़ाई है। अब वक्त है कि समाज इस अपराध के विरुद्ध एकजुट हो।

शिक्षिका के साथ BPSC संगीत शिक्षक अबोध कुमार ने किया करोड़ों की ठगी और शारीरिक शोषण: मामला पहुंचा पुलिस तक

घर एवं जमीन दिलाने के नाम पर 50 लाख रूपये की ठगी, फिर बलात्कार और जान से मारने की दी धमकी।लखीसराय,

लखीसराय जिले के उत्क्रमित उच्च विद्यालय, सिंघौल में कार्यरत एक महिला संगीत शिक्षिका ने सरकारी BPSC संगीत शिक्षक अबोध कुमार (पिता - मिठ्ठू ताँती, निवासी - काजी टोला, सूर्यगढ़ा, लखीसराय) पर 50 लाख की ठगी, बार-बार बलात्कार, ब्लैकमेलिंग और जान से मारने की धमकी का गंभीर आरोप लगाया है।

शिक्षिका का आरोप है कि आरोपी ने पहले घर और ज़मीन दिलाने के नाम पर  विश्वास जीतकर उनसे 50 लाख रुपये ऐंठ लिए। यह रकम उन्होंने अपनी जमीन बेचकर, वेतन और जमा पूंजी से दी थी।

जबरन संबंध और धमकी का आरोप

रकम वसूलने के बाद जब पीड़िता ने पैसे लौटाने की मांग की, तो आरोपी ने उन्हें घर बुलाकर धमकी दी और जबरदस्ती बलात्कार किया। यह घटना एक बार नहीं, बल्कि कई बार दोहराई गई।

आरोप है कि आरोपी ने छुपकर निजी फोटो और वीडियो बनाए, और फिर उन्हें वायरल करने की धमकी देकर शारीरिक शोषण और मानसिक प्रताड़ना करता रहा।

वहीं, जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो आरोपी ने उनका मोबाइल छीनकर खुद को गंदे मैसेज भेजे, ताकि बाद में उन्हें बदनाम किया जा सके।

पीड़िता का बयान

"मैंने अपने बेटे और भविष्य के लिए जो भी पैसा जोड़ा था, वो इस आदमी ने ठग लिया। उसने मुझे मानसिक और शारीरिक रूप से तोड़ा है। अब मैं चुप नहीं बैठ सकती। मैं चाहती हूं कि ऐसे दरिंदे शिक्षक को सजा मिले ताकि कोई और महिला इसकी शिकार ना बने।”

⚖️ पीडिता की मांग और कानूनी कार्यवाही

पीड़िता ने पुलिस को दिए आवेदन में निम्नलिखित धाराओं के तहत सख्त कार्रवाई की मांग की है :

  • IPC 376 – बलात्कार
  • IPC 354 – महिला की गरिमा भंग करने के लिए हमला
  • IPC 420 – धोखाधड़ी
  • IPC 506 – आपराधिक धमकी
  • IPC 509 – महिला की मर्यादा को ठेस पहुंचाना
  • IT Act 67/67A – अश्लील सामग्री बनाना व फैलाने की धमकी देना

पीड़िता ने साथ में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन और चेक की कॉपी भी सबूत के तौर पर सौंपी है।
पीडिता ने समाज और सरकार से की अपील यह मामला सिर्फ एक महिला का नहीं, बल्कि पूरे शिक्षा व्यवस्था और समाज की मर्यादा से जुड़ा है। पीड़िता ने महिला आयोग, मीडिया, प्रशासन और शिक्षा विभाग से सुरक्षा और त्वरित न्याय की गुहार लगाई है।