न्यूज़ डेस्क । पटना-गया-डोभी फोरलेन अक्टूबर में बनकर तैयार हो जाएगा. पटना से डोभी के बीच 7 किलोमीटर लंबे फोरलेन और 5 रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का निर्माण हो रहा है. इसमें से 1 किलोमीटर में सड़क और दो आरओबी बनकर तैयार है.
वहीं, जहानाबाद में एक और गया में दो जगहों पर आरओबी का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. तीनों जगहों पर आरओबी में लगने वाला स्टील गर्डर बन कर तैयार हैं.
गर्डर को रेलवे लाइन के ऊपर रखने के लिए रेलवे को एक सप्ताह का ब्लॉक देने के लिए एनएचएआई ने पत्र लिखा है. ब्लॉक मिलते ही गर्डर लॉन्च कर स्लैब ढालने के बाद फिनिशिंग का कार्य किया जाएगा. एनएचएआई के एक अधिकारी ने बताया कि अक्टूबर तक पटना-गया-डोभी फोरलेन पूरी तरह तैयार हो जाएगा.
जमीन अधिग्रहण के कारण फोरलेन निर्माण में हुआ विलंब फोरलेन का डीपीआर वित्तीय वर्ष 2010 से 2011 में तैयार हुआ था. इसके बाद जमीन अधिग्रहण करने में विलंब हुआ. इस दौरान फोरलेन का मामला कई बार न्यायालय में भी पहुंचा. 2020 के दिसंबर से फोरलेन का निर्माण कार्य तेजी से प्रारंभ हुआ. तीन पैकेज में फोरलेन सड़क का निर्माण किया जा रहा है. इसके निर्माण में लगभग 2100 और जमीन अधिग्रहण में लगभग 3200 करोड़ रुपये का खर्च आया है. इसके अलावा फोरलेन को पटना के एनएच-30 से जोड़ने के लिए नत्थुपुर से सरिस्ताबाद के बीच 3.9 किलोमीटर लंबे फोरलेन सड़क का निर्माण 388 करोड़ रुपये से किया जा रहा है.
पटना में 70 फीट के पास से गुजरेगी सड़क
पटना बाइपास पर सरिस्ताबाद के 70 फीट रोड से 300 मीटर पश्चिम की तरफ बाइपास से यह सड़क निकलेगी. जो नत्थुपुर नारायणचक में बने रहे नत्थुपुर हाइवे जंक्शन तक जायेगी. पटना नगर निगम के सरिस्ताबाद, कुरथौल पंचायत में पड़ने वाले पकड़ी मौजा और चिलबिली पंचायत के नत्थुपुर मौजा में फोरलेन सड़क बनाने के लिये जमीन का अधिग्रहण किया गया है. सड़क बनते ही बोधगया से पटना बाईपास होते हुए बख्तियारपुर-मोकामा की तरफ और अनिसाबाद-आरा-बक्सर की तरफ जाने में सुविधा होगी.