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कैंसर से पीड़ित होने की जानकारी देने के बाद पहली बार सार्वजनिक तौर पर नज़र आए सुशील कुमार मोदी ।



पटना। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के सीनियर लीडर और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी को कैंसर हो गया है. इसका खुलासा 3 अप्रैल को खुद राजनेता ने सोशल मीडिया 'X' के माध्यम से किया है.




उन्होंने बताया कि वह कैंसर से पीड़ित हैं और पिछले 6 महीने से वह इस जानलेवा बीमारी से जूझ रहे हैं.

गले में है कैंसर

लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के सीनियर लीडर और पूर्व डिप्टी सीएम 72 वर्षीय सुशील मोदी पार्टी के प्रचार प्रसार में नजर नहीं आएंगे. खबर के मुताबिक सुशील कुमार मोदी गले के कैंसर से पीड़ित हैं. यह शरीर शरीर के दूसरे अंगों में भी धीरे-धीरे फैल रही है. अब लंग्स तक पहुंच गया है. जिसके कारण बोलने में काफी दिक्कत होती है. दिल्ली एम्स में उनका ईलाज फिलहाल चल रहा है।

गले के कैंसर के लक्षण

डॉक्टर के अनुसार लगातार 2 से 3 सप्ताह तक खांसी हो तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. यह गले के कैंसर का लक्षण हो सकता है. इसके अलावा गले का कैंसर होने पर निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैंः

गले का सूखा रहना: डॉक्टर के अनुसार अगर किसी व्यक्ति का गला लगातार सूखा रहता है या गले का सूखा रहने की परेशानी सर्दियों में बनीं रहती है, तो इसे इंग्नोर नहीं करना चाहिए. यह गले के कैंसर का एक लक्षण हो सकता है. ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.

खाना निगलने में परेशानी: जिन लोगों को खाना निगलने में परेशानी होती है या किसी भी तरल पदार्थ को घोंटने में भी दिक्कत होती है, तो यह गले में ट्यूमर का लक्षण हो सकता है.

सुशील मोदी के 33 साल के राजनीतिक करियर पर नजर डालें तो पता चलता है कि वे चारों सदन- राज्यसभा, लोकसभा, विधान परिषद और विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं.

बिहार के उपमुख्यमंत्री के अलावा, वे राज्यसभा सांसद भी रहे हैं. बिहार की सियासत में उनकी एक अलग पहचान है. नीतीश के साथ उनकी जोड़ी काफी खास मानी जाती रही है. इस बीमारी के कारण वो पिछले कुछ समय से राजनीति से दूर थे.