सिवान। कई दिनों से सिवान लोकसभा सीट से अब सस्पेंस ख़त्म हो गया, इस लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन के तहत लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी को मिला है. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी अब सिवान से अपना भाग्य आजमाएंगे। रविवार रात पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और इलाके के कद्दावर नेता अवध बिहारी चौधरी को 'लालटेन' का सिंबल थमा दिया गया। टिकट मिलने के बाद अवध बिहारी चौधरी ने पार्टी नेतृत्व का आभार जताया। साथ ही कहा कि राष्ट्रीय जनता दल ने जिस विश्वास और उम्मीद के साथ मुझे सिवान लोकसभा क्षेत्र की जनता की सेवा करने के लिए मैदान में उतारा है।
हिना शहाब से राजद की बढ़ी दूरियां
पार्टी लालू प्रसाद के पुराने विश्वासी दिवंगत पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब को अभी छोड़ना नहीं चाह रही, जबकि अरसे से इस परिवार से राजद का नाता टूटा हुआ है।
दरअसल मो. शहाबुद्दीन के इंतकाल के बाद से यह परिवार कई बार मुश्किलों में घिरा। जब महागठबंधन की सरकार थी, तब भी मो. शहाबुद्दीन के बेटे को कई बार मुसीबतों में घिरा देख मां हिना शहाब को लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव और राजद से बहुत सारी उम्मीदें थीं। वह उम्मीदें पूरी होती नहीं दिखीं और पार्टी के कार्यक्रमों में तवज्जो नहीं मिली तो हिना शहाब ने अलग रास्ता अख्तियार कर लिया।
कौन हैं अवध बिहारी चौधरी ?
बता दें, अवध बिहारी चौधरी पहली बार साल 1985 में जनता दल के टिकट से विधायक बने थे। हालांकि, जब लालू प्रसाद यादव ने आरजेडी का गठन किया तो चौधरी ने भी उनका साथ दिया। साल 2005 तक वह सिवान विधानसभा सीट से चुनाव जीतते आए और विधायक रहे। इस दौरान राबड़ी देवी की सरकार में उन्हें मंत्री पद भी दिया गया। अब आरजेडी ने लोकसभा चुनाव के लिए अवध बिहारी चौधरी पर भरोसा जताते हुए उन्हें पहली बार टिकट दिया है।
दिलचप्स होगा सिवान का चुनाव
सिवान लोकसभा चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। NDA से जदयू से पूर्व विधायक रमेश कुशवाहा की पत्नी विजय लक्ष्मी प्रत्याशी हैं। वहीं, RJD के पूर्व सांसद दिवंगत शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब निर्दलीय लड़ने का ऐलान कर चुकी हैं।