- स्वास्थ्य अधिकारियों की सक्रियता से एनआरसी व एसएनसीयू का सफल क्रियान्वयन संभव
- प्रखंड मुख्यालय व मुख्य संस्थानों में एमबीबीएस चिकित्सकों की तैनाती कराएं सुनिश्चित
- सिविल सर्जन की अध्यक्षता में हुई स्वास्थ्य संबंधी मामलों की समीक्षा, दिये गये जरूरी निर्देश
अररिया, 16 फरवरी ।
Son of Simanchal Gyan Mishra
जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी को लेकर विभिन्न स्तरों पर जरूरी पहल की जा रही है। जिलेवासियों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सकीय सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से सिविल सर्जन की अध्यक्षता में विशेष समीक्षात्मक बैठक का आयोजन शुक्रवार को किया गया। सिविल सर्जन कार्यालय कक्ष में आयोजित बैठक में महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजनाओं की प्रखंडवार गहन समीक्षा की गयी। इस क्रम में मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार भव्या एप पर मरीजों के इलाज संबंधी जरूरी जानकारी दर्ज किये जाने, एनआरसी व एसएनसीयू के सफल क्रियान्वयन, मिशन परिवार विकास अभियान सहित रिफ्यूजल इलाकों टीकाकरण के आच्छादन में सुधार संबंधी अन्य मामलों पर गहन चर्चा की गयी। साथ ही संबंधित मामलों में सुधार को लेकर संबंधित स्वास्थ्य अधिकरियों को जरूरी निर्देश दिये गये। बैठक में डीआईओ डॉ मोईज, डीपीएम संतोष कुमार, डीएमएनई पंकज कुमार सहित सभी पीएचसी प्रभारी व बीएचएम सहित सहयोगी संस्था के प्रतिनिधि मौजूद थे।
एनआरसी व एसएनसीयू का सफल क्रियान्वयन करायें सुनिश्चित
सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने समीक्षा के क्रम में बताया कि भव्या एप का सफल क्रियान्वयन स्वास्थ्य सेवाओं में गुणात्मक सुधार के लिहाज से जरूरी है। इसलिये मरीजों को उपलब्ध कराये जा रहे सेवाओं से संबंधित जानकारी भव्या एप पर दर्ज किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सभी पीएचसी प्रभारी आशा, एएनएम व आंगनबाड़ी सेविकाओं की मदद से क्षेत्र के कुपोषित बच्चों को चिह्नित कर उन्हें समुचित इलाज के लिये सदर अस्पताल परिसर में संचालित एनआरसी में भर्ती करायें। ताकि जिले में कुपोषण संबंधी मामलों पर प्रभावी नियंत्रण संभव हो सके। इसी तरह रोगग्रस्त नवजात को इलाज के लिये एसएनसीयू में भर्ती कराने को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों को अपने स्तर से जरूरी प्रयास सुनिश्चित कराने के लिये निर्देशित किया गया। सिविल सर्जन ने कहा कि प्रखंड मुख्यालय सहित अन्य प्रमुख चिकित्कीय संस्थानों में एमबीबीएस चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करायी जाये।
वंचित बच्चों को एमआर टीका के निर्धारित डोज से करें आच्छादित
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज ने कहा कि प्रखंडवार संचालित नियमित टीकाकरण सत्र को ध्यान में रखते हुए आवश्यकता से अधिक सर्वे रजिस्टर व ड्यू लिस्ट प्रखंडों को उपलब्ध कराया गया है। बावजूद इसके स्थलीय निरीक्षण के क्रम में इसकी अनुपलब्धता की शिकायतें सामने आ रही है। इसका तत्काल निष्पादन जरूरी है। एमआर आउटब्रेक वाले इलाकों में विशेष स्वास्थ्य शिविर के आयोजन व वंचितों को एमआर टीकाकरण के निर्धारित डोज से आच्छादित करने का निर्देश उन्होंने दिया।
प्रथम एएनसी संबंधी उपलब्धियों में सुधार की हो पहल
डीपीएम स्वास्थ्य संतोष कुमार ने प्रथम तिमाही के दौरान गर्भवती महिलाओं का एएनसी जांच सुनिश्चित कराने को लेकर विशेष पहल की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सुरक्षित व संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिहाज से ये जरूरी है। डीपीएम ने जिले में संचालित सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर मूलभूत सुविधाओं से जुड़ी कमियों का आकलन करते हुए निर्धारित प्रपत्र में रिपोर्ट जिला स्वास्थ्य समिति को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। वहीं डीएमएनई पंकज कुमार ने भव्या एप के सफल क्रियान्वयन पर जोर देते हुए एचआईएमएस पोर्टल पर उपलब्ध डेटा में व्याप्त विसंगतियों में सुधार को लेकर कारगर पहल की बात कही।