पालीगंज संवाददाता - नितीश कुमार
राजधानी पटना के पालीगंज अनुमंडल का लाल देश की सेवा में लगे मनोज कुमार की मौत हो गई।सूचना मिलने के बाद परिवार में मातम छा गया । मिली जानकारी के अनुसार पालीगंज अनुमंडल के खीरीमोर निवासी विद्यानंद प्रसाद सिंह का पुत्र मनोज कुमार भारतीय सेना के इंजीनियरिंग कोर में आर आर डीभीआर के पद पर लद्दाख बॉर्डर पर तैनात थे अचानक ड्यूटी के दौरान बीते मंगलवार को उनकी तबीयत बिगड़ी और साथियों ने उन्हें इलाज के लिए अस्पताल लाया जहां डॉक्टरों ने मृत्य घोषित कर दिया।
इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद परिवार में कोहराम मच गया। वहीं घटना को लेकर परिवार ने बताया कि 25 दिन पहले ही छुट्टी खत्म कर लद्दाख अपने ड्यूटी पर मनोज कुमार गए थे मृतक जवान के दो बच्चे हैं जिसमें एक 6 साल का बेटी और तीन साल की बेटी है। घटना की जानकारी मिलने के बाद मृतक मनोज कुमार की पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है। मृतक मनोज घर में सबसे बड़े पुत्र थे चार भाइयों में सबसे बड़ा भाई मनोज कुमार ही था जो 2009 में भारतीय सेना में ज्वाइन कर इंजीनियरिंग कोर ग्रुप में शामिल हुए थे और 2015 में उनकी शादी हुई थी शादी के बाद उनके दो बेटी भी थी। पिता की मौत के बाद दोनों बच्चों का भी रो रो कर बुरा हाल है पिता के एक झलक पाने के लिए बेटियां बेताब थी।
इधर गुरुवार की सुबह तिरंगा से लिपटा पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा लेकिन उनके पार्थिव शरीर के साथ ना ही कोई सेना के बड़े अधिकारी शामिल थे और न सेना के तरफ से आखरी सलामी दी गई।इधर घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय भाकपा माले विधायक संदीप सौरव भी मौके पर पहुंचकर परिवार से मुलाकात की और जवान को पुष्प चढ़कर उन्हें श्रद्धांजलि भी दिया।
हालाकी पटना जिला प्रशासन के तरफ से मृतक जवान के पार्थिव शरीर को पालीगंज के समदा श्मशान घाट पर बिहार पुलिस के द्वारा आखिरी सलामी भी दी गई। इधर मौके पर स्थानीय जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे।
देश के लिए शहादत देने वाले मनोज कुमार चार भाइयों में सबसे बड़े थे, उन्ही के कंधों पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी, उन्होंने गरीबी से जूझते अपने परिवार की आर्थिक स्थिति के साथ अपने पुरे परिवार की जिम्मेदारी अपने मजबूत कंधों पर उठा रखी थी. पिता विद्यानंद सिंह को अपने होनहार पुत्र पर नाज और काफ़ी गर्व है जिसने अपने देश के लिए कुर्बानी देते हुए अपनी प्राणों की आहुति देते हुए अपनी बलिदान दिया।