- जिले में डेंगू के 37 मरीज, मरीजों का हो रहा नियमित फॉलोअप
- प्रभावित इलाकों में प्राथमिकता के आधार पर हो रहा फॉगिंग
- सही जानकारी व सतर्कता डेंगू से बचाव का बेहतर संभव
अररिया, 05 अक्टूबर ।
Son of Simanchal Gyan Mishra
जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। वहीं तेजी से लोग इससे उबर भी रहे हैं। जिले में डेंगू प्रभावित मरीजों की संख्या बढ़ कर 37 हो गयी है। इसमें फिलहाल 02 एक्टिव मरीज हैं। डेंगू प्रभावित सभी मरीज अपने घर पर ही इलाजरत हैं। अब तक जिले में डेंगू से 01 मरीज की मौत हुई है। वहीँ प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत पड़ने के कारण पूर्णिया मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। दोनों हीं मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। डेंगू मरीजों को जरूरी चिकित्सकीय सेवाओं का लाभ उपलब्ध कराने की दिशा में विभागीय स्तर से जरूरी पहल की जा रही है।
डेंगू नियंत्रण संबंधी उपायों के प्रति स्वास्थ्य विभाग गंभीर-
जिले में अब तक जो डेंगू के मामले सामने आये हैं उनमें अररिया प्रखंड के 13, फारबिसगंज प्रखंड से 18, नरपतगंज से 03, कुर्साकांटा प्रखंड के 01, जोकीहाट से 01 व खगडिया जिला के 01 मरीज शामिल हैं। डेंगू प्रभावित मरीजों को समुचित इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में विभागीय स्तर से जरूरी प्रयास किया जा रहा है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि डेंगू मरीजों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। मरीजों की लाइनलिस्ट तैयार की गयी है। इसके आधार पर मरीजों का लगातार फॉलोअप किया जा रहा है। डेंगू से बचाव को लेकर विभिन्न माध्यमों से लोगों जागरूक करने की पहल की जा रही है। अररिया सदर अस्पताल व फारबिसगंज अनुमंडल अस्पताल में मरीजों के प्लेटलेट्स जांच की सुविधा है। वहीं किसी मरीज को प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत पड़ने पर उन्हें पूर्णिया मेडिकल कॉलेज रेफर करने का इंतजाम है। जिले में पर्याप्त मात्रा में डेंगू जांच किट उपलब्ध है।
विशेष डेंगू वार्ड है क्रियाशील-
डेंगू मरीजों को समुचित इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सदर अस्पताल में 10 व अनुमंडल अस्पताल फारबिसगंज में 06 बेड सहित सभी पीएचसी में 02 बेड क्षमता वाला विशेष वार्ड संचालित है। ताकि जरूरत पड़ने पर मरीजों को संबंधित वार्ड में भर्ती कराया जा सके। अस्पतालों में बनाये गये डेंगू वार्ड में विशेषज्ञ चिकित्सक व प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी प्रतिनियुक्त किये गये हैं।
लक्षण दिखने पर तत्काल कराएं जांच-
सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कि पांच से सात दिनों तक लगातार बुखार, सर दर्द, बदन दर्द, पैरों के जोड़ों मे तेज दर्द, आंख के नीचे दर्द, चक्कर व उल्टी, शरीर पर लाल धब्बे के निशान व कुछ एक मामलों में आंतरिक व बाह्य रक्तस्राव डेंगू के लक्षणों में शुमार हैं। डेंगू संबंधी मामलों में रोग का कुशल प्रबंधन व विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में मरीजों का समुचित इलाज जरूरी होता है। लिहाजा रोग संबंधी लक्षण दिखने पर जांच जरूरी है। उन्होंने कहा कि बिना चिकित्सकीय सलाह के बुखार की दवा खाना डेंगू के मामलों में खतरनाक साबित हो सकता है।
बचाव के लिये इन उपायों पर अमल जरूरी -
- आस-पास साफ़-सफाई का ध्यान रखें
- घर व आसपास पानी का जमाव नहीं होने दें
- सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें
- जहां तक संभव हो शरीर को कपड़ों से ढक कर रखें
- वाटर कूलर का पानी लगातार बदलते रहें।