- मिशन इंद्रधनुष की सफलता में जीविका दीदी व सेविकाओं की होगी महत्वपूर्ण भूमिका
- जिले में तीन चरणों में आयोजित होगा मिशन इंद्रधनुष, 7 से 12 अगस्त के बीच पहला चरण
- पांच साल तक के बच्चे व गर्भवती महिलाओं का शतप्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कराना उद्देश्य
अररिया, 24 जुलाई ।
SON OF SIMANCHAL GYAN MISHRA
जिले में मिशन इंद्रधनुष का पहला चरण आगामी 07 से 12 अगस्त के बीच संचालित किया जायेगा। पांच साल तक के बच्चे व गर्भवती महिलाओं का शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से संचालित अभियान की सफलता को लेकर जिले में विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। इसे लेकर संबंधित कर्मियों के प्रशिक्षण का दौर लगभग संपन्न हो चुका है। फिलहाल टीकाकरण से वंचित बच्चे व गर्भवती महिलाओं का सर्वे किया ज रहा है। इसके उपरांत ड्यू ड्यू लिस्ट तैयार कर निर्धारित माइक्रोप्लान के आधार पर वंचितों को टीकाकृत किया जाना है।
संबंधित कर्मियों को दिया गया है जरूरी प्रशिक्षण -
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज ने बताया कि अभियान की सफलता को लेकर संबंधित कर्मियों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है। अब तक निर्धारित लक्ष्य 775 की तुलना में 693 एएनएम, 2572 की तुलना में 1853 आशा कार्यकर्ता, 119 की तुलना में 118 आशा फैसिलिटेटर, 2729 की तुलना में 1673 आंगनबाड़ी सेविका को जरूरी प्रशिक्षण दिया गया है। संबंधित विभिन्न विभागों के बीच आपसी समन्वय को बेहतर बनाने के उद्देश्य से बीएलटीएफ की बैठक सभी प्रखंडों में संपन्न हो चुकी है। अभियान का पहला चक्र आगामी 07 से 12 अगस्त के बीच संचालित होगा। इसके बाद 11 से 16 सितंबर के बीच अभियान का दूसरा चक्र व तीसरा व अंतिम चक्र 09 से 14 अक्टूबर के बीच संचालित होने की जानकारी उन्होंने दी।
जीविका दीदी व सेविकाओं की भूमिका अहम -
सेविका व सहायिका टीकाकरण बच्चों के हेड काउंट सर्वे, ड्यूलिस्ट तैयार करने व टीकाकरण को लेकर समय पर माइक्रोप्लान तैयार करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगी। डीआईओ डॉ मोईज ने बताया कि जीविका दीदी अपने संबंधित क्षेत्र में गर्भवती महिला व दो से पांच साल तक के बच्चों के हेड कांउट सर्वे में आंगनबाड़ी सेविकाओं को समुचित सहयोग प्रदान करेगी।
वहीं कम आच्छादन वाले क्षेत्र व टीकाकरण को लेकर किसी तरह के पूर्वाग्रह से ग्रसित इलाकों में टीकाकरण के लिये लाभुकों को प्रेरित करने के साथ-साथ उनका टीकाकरण सुनिश्चित कराने में अपना महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करेगी।
कम आच्छादन व दुर्गम इलाकों पर होगा विशेष ध्यान-
सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कि नियमित टीकाकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम की सफलता महत्वपूर्ण है। टीकाकरण गर्भवती महिलाएं व दो वर्ष तक के बच्चों को विभिन्न बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करने के लिहाज से जरूरी है। अभियान के क्रम में नियमित टीकाकरण मामले में कम आच्छादन वाले क्षेत्र, दुर्गम इलाके व ईट भट्ठा व निर्माण कार्य में संलग्न मजदूर, प्रवासी व खानाबदोश परिवार के बसावट वाले इलाकों में शत प्रतिशत टीकाकरण को लेकर विशेष पहल किये जाने की जानकारी उन्होंने दी।