- टीबी उन्मूलन का लक्ष्य हासिल करने के लिये बढ़ाई जाएगी निक्षय मित्रों की संख्या
- प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान को गति देने की कवायद तेज होगी तेज
- माननीय राज्यपाल करेंगे जिलावार अभियान की समीक्षा, जिले से रिपोर्ट तलब
अररिया, 02 मई ।
Son of Simanchal Gyan Mishra
देश को वर्ष 2025 तक पूर्णत: टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य है। इसे लेकर प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान व्यापक पैमाने पर पूरे देश में संचालित किया जा रहा है। वहीं राज्य में वर्ष 2024 के अंत तक टीबी मुक्त भारत अभियान के उद्देश्य को प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है। लिहाजा आने वाले दिनों में अभियान को गति देने की कवायद तेज होने वाली है। इस कड़ी में जल्द ही राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर पूरे राज्य में चल रहे इस महत्वकांक्षी अभियान की समीक्षा करने वाले हैं। समीक्षा से पूर्व राज्यपाल के प्रधान सचिव राबर्ट एल चोंग्थू ने इस आशय का पत्र सभी जिलों को भेजा गया है। जिलाधिकारी को भेजे गये पत्र में जिलावार टीबी मरीजों की संख्या, रजिसर्ग्ड टीबी मरीजों की संख्या, रजिस्टर्ड निक्षय मित्रों का ब्योरा, वैसे मरीजों की संख्या जिन्हें सरकारी सहायता दी जा रही है। इससे संबंधी जानकारी पांच मई तक राजभवन को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।
अभियान की सफलता विभाग की प्राथमिकता
राजभवन से जारी पत्र के संबंध में सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कि टीबी मुक्त भारत अभियान की सफलता को लेकर जिले में युद्धस्तर पर जरूर प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने टीबी मरीजों को इलाज के दौरान पोषण सहायता, जांच व रोजगार से संबंधित सहायता पहुंचाने के उद्देश्य से निक्षय मित्र के रूप में व्यक्ति, संस्था, एनजीओ, व्यवसायिक संस्थान, निर्वाचित प्रतिनिधि व सहकारी संस्थान का निंबंधन किया जा रहा है। जिला यक्ष्मा नियंत्रण पदाधिकारी डॉ वाईपी सिंह ने कहा कि निक्षय मित्र के रूप में किसी संस्था व व्यक्ति के निबंधन को लेकर निक्षय पोर्टल संचालित है। ताकि कोई भी व्यक्ति आसानी से निक्षय मित्र बन कर टीबी मरीजों को स्वेच्छा से मदद कर सकता है।
जिले में फिलहाल 1652 टीबी मरीज
जिला टीबी व एड्स समन्वयक दामोदर प्रसाद ने बताया कि बिहार में फिलहाल टीबी मरीजों की कुल संख्या 01 लाख 12 हजार 630 है। इसकी मदद के लिये अब त 671 व्यक्ति व संस्था ने निक्षय मित्र के रूप में अपना निबंधन कराया गया है। जिले में फिलहाल टीबी मरीजों की संख्या 1652 हैं। निक्षय मित्र के रूप में अभी 17 लोगों ने अपना निबंधन कराया है। निक्षय मित्रों से सहयोग प्राप्ति के लिये जिले में 892 मरीज पंजीकृत हैं। लेकिन इसमें से 759 मरीजों की सहमित पत्र प्राप्त नहीं हो सका है। बिना सहमति के टीबी मरीजों को निक्षय मित्र योजना का लाभ उपलब्ध नहीं कराया जा सकता। इसलिये सभी पर्यवेक्षकों को मरीजों के सहमति पत्र प्राप्त करने के लिये निर्देशित किया गया है।