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गर्भावस्था के दौरान प्रसव पूर्व जांच से सुरक्षित मातृत्व को मिल रहा बढ़ावा




  • गर्भावस्था के दौरान प्रसव पूर्व जांच से सुरक्षित मातृत्व को मिल रहा बढ़ावा
  • सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत गर्भवती महिलाओं की जांच के लिये अभियान संचालित
  • प्रसव पूर्व जांच गर्भवती महिला के साथ-साथ गर्भस्थ शिशु की सुरक्षा के लिहाज से जरूरी

अररिया, 09 फरवरी ।

SON OF SIMANCHAL GYAN MISHRA

जिले में सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देने के लिये विभागीय स्तर से जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। सुरक्षित मातृत्व को बढ़ावा देने के लिये प्रसव पूर्व चार जांच जरूरी है। इसे लेकर हर महीने के 09 व 21 तारीख को जिले के सभी चिकित्सा केंद्रों में विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य शतप्रतिशत गर्भवती महिलाओं को जरूरी जांच सुविधा सहजता पूर्वक उपलब्ध कराना है। इसी कड़ी में जिले में गुरुवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत विशेष अभियान संचालित किया गया। इसमें बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाओं की जांच के बाद उन्हें जरूरी चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराया गया।

सुरक्षित प्रसव के प्रति जागरूकता जरूरी

इसकी जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने कहा कि सुरक्षित मातृत्व के प्रति गर्भवती महिला के साथ उनके परिजनों को जागरूक होने की जरूरत है। इसके लिये प्रसव पूर्व जरूरी एहतियाती उपायों पर अमल जरूरी है। इसमें प्रसव पूर्व कम से कम चार जांच जरूरी है। ताकि गर्भवती महिला व गर्भस्थ शिशु को कई संक्रामक रोगों से बचाव के साथ-साथ प्रसव संबंधी जटिलतातलाओं को चिह्नित करते हुए इसके निदान संबंधी उपायों को मजबूती प्रदान किया जा सके। 



प्रसव संबंधी जटिलता से बचने के लिये निर्धारित मात्रा में गर्भवती महिलाओं को आयरन व कैल्सियम की गोली का सेवन करना चाहिये। जो सरकार के स्तर से नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाता है।

मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाना उद्देश्य

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज ने कहा कि प्रसव पूर्व जांच का मुख्य उद्देश्य मातृ-शिशु मृत्यु दर के मामलों में कमी लाना है। इसके लिये हर महीने के निर्धारित तिथि को प्रधानमंत्री मातृत्व योजना के तहत गर्भवती महिलाओं की जांच के लिये विशेष अभियान संचालित किया जाता है। अभियान के क्रम में गर्भवती महिलाओं का का वजन, बीपी, एचआईवी, ब्लड शुगर सहित अन्य जरूरी जांच कर उन्हें जरूरी दवा व चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराया जाता है। जरूरी जांच से गर्भावस्था से जुड़ी परेशानी का समय पर पता चल जाता है। जो इसे आसानी से दूर करने में मददगार होता है। 




उन्होंने कहा कि जिले के सभी प्रमुख चिकित्सा संस्थान व कुल 62 वेलनेस सेंटरों पर प्रसव संबंधी सभी जरूरी इंतजाम उपलब्ध हैं।

जोखिमों को चिह्नित कर इसका प्रबंधन जरूरी

सदर अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञ डॉ शिखा ने बताया कि गर्भावस्था से संबंधित जोखिम वो है जिससे गर्भवती महिला व गर्भस्थ शिशु के जीवन को खतरा हो। ऐसे मामलों में विशेष निगरानी रखने की जरूरत है। साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में प्रसव जरूरी होता है। उचित खान-पान, व्यवस्थित जीवनशैली, किसी तरह के तनाव से दूरी व जरूरी जांच व दवाओं का सेवन प्रसव संबंधी जटिलताओं को प्रबंधित करने के लिहाज से जरूरी है।