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16 मार्च को कृमि नाशक दवा अभियान, 20 मार्च को मॉपअप राउंड जिले में 01 से 19 साल के 17 लाख 23 हजार बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य




राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस :

  • 16 मार्च को कृमि नाशक दवा अभियान, 20 मार्च को मॉपअप राउंड
  • जिले में 01 से 19 साल के 17 लाख 23 हजार बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य

अररिया, 27 फरवरी ।

SON OF SIMANCHAL GYAN MISHRA

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के मौके पर आगामी 16 मार्च को जिले में विशेष अभियान संचालित कर 1 से 19 साल तक के किशोर-किशोरियों को कृमि नाशक दवा खिलाई जायेगी। अभियान के क्रम में दवा सेवन से वंचित बच्चों का दवा सेवन सुनिश्चित कराने के लिये दोबारा 20 मार्च को मॉप अप रांउड संचालित किया जायेगा। ताकि शत-प्रतिशत लक्षित किशोरों को दवा सेवन सुनिश्चित कराया जा सके। अभियान के क्रम में 01 से 19 किशोर-किशोरियों को एल्बेंडाजोल टेबलेट की निर्धारित खुराक खिलाई जायेगी। साथ ही बच्चे व किशोरों को स्वच्छता के महत्व से अवगत कराते हुए उन्हें इसके प्रति जागरूक किया जायेगा।

अभियान में 17124 लाख बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य

अभियान के संबंध में जानकारी देते हुए डीआईओ डॉ मोईज ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के मौके पर जिले के 17 लाख 23 हजार 71 बच्चे व किशोरों को कृमि नाशक दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित है। शत-प्रतिशत बच्चों को दवा सेवन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से इस बार सरकारी विद्यालयों के साथ-साथ निजी विद्यालय, कोचिंग संस्थान पर भी खासतौर पर फोकस किया जायेगा। अभियान की सफलता को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह द्वारा जरूरी निर्देश दिये गये हैं। जल्द ही जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कार्डिनेशन कमेटी की बैठक आयोजित की जायेगी।

शत-प्रतिशत बच्चों को दवा सेवन कराना प्राथमिकता

जिला सामुदायिक समन्वयक सौरव कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के मौके पर संचालित कार्यक्रम में शत-प्रतिशत लक्षित बच्चों को दवा खिलाना विभाग का प्राथमिक लक्ष्य है। नवोदय विद्यालय, पॉलेटेक्निक व आईआईटी कॉलेज, मदरसा, संस्कृत विद्यालय संबंधित क्षेत्र की आंगनबाड़ी सेविका व आशा व एएनएम के माध्यम से बच्चों को निर्धारित मात्रा में एल्बेंडाजोल की दवा का सेवन कराया जाना है। बच्चों को उम्र के अनुसार दवा की खुराक दी जायेगी। इसे लेकर हर स्तर पर जरूरी तैयारी की जा रही है।

दवा सेवन के प्रति आम लोगों को किया जायेगा जागरूक

सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने कहा कि अभियान की सफलता को लेकर सभी सरकारी विद्यालय, ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में बैनर, पोस्टर के माध्यम से व्यापक जन जागरूकता अभियान संचालित किया जायेगा। इसे लेकर निर्धारित माइक्रोप्लान तैयार किया जाना है। उन्होंने बताया कि दवा के सेवन के बाद कुछ बच्चों में उल्टी या मिचली महसूस हो सकती है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। पेट में कीड़े होने पर दवा खाने के बाद सिरदर्द, उल्टी, मिचली, थकान के लक्षण सामने आ सकते हैं।