- हर दिन लोगों को उपलब्ध हो सकेगी ई संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवाएं
- सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाके के लोगों के लिये लाभकारी साबित हो रहा है टेली मेडिसिन सेवा
अररिया, 23 दिसंबर ।
SON OF SIMANCHAL GYAN MISHRA
राज्य सरकार के सात निश्चय-2 कार्यक्रम के तहत सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को टेलीमेडिसिन सेवा के जरिये नि:शुल्क चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराया जा रहा है। पूर्व में ये सेवाएं सप्ताह में तीन दिन मिल पाती थी । अब ई संजीवनी ओपीडी सेवाएं हर दिन लोगों को उपलब्ध होगी। सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कि इसे लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत द्वारा दिशा निर्देश प्राप्त हुआ है।
हर दिन उपलब्ध हो सकेगी टेली मेडिसिन की सेवाएं
सिविल सर्जन ने बताया कि ई-संजीवनी एक वेब आधारित व्यापक टेलीमिडिसिन सेवा है। यह ग्रामीण क्षेत्र के वंचित समुदायों तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित कराता है। उपलब्ध चिकित्सकीय सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार, बुनियादी ढांचे व मानव संसाधन की कमी की समस्या से निपटने में ये अचूक रूप से लाभकारी है।
टेली मेडिसिन में चिकित्सा विशेषज्ञ वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं। पूर्व में ये सेवा हर मंगलवार, बुधवार व शुक्रवार को सुबह 09 बजे से दोपहर 02 बजे तक संचालित किया जाता था। लोगों को अब ये सेवाएं हर दिन उपलब्ध कराने की दिशा में जरूरी पहल की जा रही है।
लोगों के लिये बेहद उपयोगी है ई संजीवनी सेवाएं
डीपीएम स्वास्थ्य रेहान अशरफ ने बताया कि एप के इस्तेमाल से मरीजों को इलाज के लिये अस्पताल आने की झंझट से मुक्त रहते हैं। लोग घर बैठे विशेषज्ञ चिकित्सकों से अपने रोग के संबंध में जरूरी परामर्श ले सकते हैं। इससे आम लोगों को भीड़-भाड़ सहित अन्य वजहों से संक्रमण के खतरों का भी सामना नहीं करना पड़ता। अस्पताल आने-जाने की मजबूरी, लंबी कतार में खड़े रहने व चिकित्सक से समय लेने में होने वाली दिक्कतें स्वत: खत्म हो जाती है। जिले में फिलहाल 34 हब व 512 स्पोक्स स्थापित हैं। टेली मेडिसिन सेवाओं के जरिये मरीज वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से अपनी समस्या हब में बैठे चिकित्सकों के पास रख सकते हैं। चिकित्सकों से उन्हें उचित परामर्श व दवा का सुझाव दिया जाता है। फिर नजदीकी किसी भी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर नि:शुल्क दवा भी प्राप्त किया जा सकता है।