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पटना के कई मोहल्ले डेंगू की चपेट में ।





न्यूज़ डेस्क। पटना में डेंगू मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। पटना में पिछले 24 घंटें में डेंगू के 120 नए मामले सामने आए हैं। जिससे पटना में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 2164 हो गई है।

डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए अस्पताल प्रशासन भी सतर्क हो गई है। सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड की संख्या बढ़ानी शुरू कर दी गई है।

आंकड़े की बात की जाए तो पटना में डेंगू मरीज में पुरुषों की संख्या 1226 है, जबकि 615 महिलाएं डेंगू से संक्रमित हुई है।

पटना के सबसे ज्यादा डेंगू प्रभावित वाले इलाकों में पटना सिटी, बजरंगपुरी, संदलपुर, बिस्कोमान कॉलोनी, भीखना पहाड़ी, महेंद्रू ,राजा बाजार, आलमगंज, शाहगंज, सहित कंकड़बाग और अजीमाबाद आदि शामिल हैं।

पटना नगर निगम की ओर से डेंगू प्रभावित इलाके को चिह्नित कर विशेष टीम द्वारा एंटी लार्वा दवा का छिड़काव किया जा रहा। फॉगिंग मशीनों द्वारा भी हर इलाकों में दवा का छिड़काव किया जा रहा है।

पटना जिलाधिकारी ने स्कूल-कॉलेज को दिया निर्देश :

पटना डीएम डॉ.चंद्रशेखर सिंह ने सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल-कॉलेज को निर्देश जारी किया है। डीएम ने सभी बच्चों को फुल शर्ट और फुल पैंट में संस्थान में आने का निर्देश दिया है। 

डेंगू बुखार के लक्षण :

तेज बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द, भूख की कमी, उल्टी, डायरिया, आंखों में दर्द, थकान, सुस्ती, घुटने का दर्द, शरीर में लाल धब्बे, नाक से खून ये सब डेंगू के लक्षण हैं। इन लक्षणों के दिखाई देने पर फौरन डॉक्टर के पास जाएं और प्लेटलेट्स काउंट चेक कराएं, चूंकि डेंगू बुखार होने के बाद मरीज के शरीर में तेजी से प्लेटलेट्स की संख्या घटने लगती है। डेंगू के लक्षण आम तौर पर संक्रमण के चार से छह दिनों बाद शुरू होकर 10 दिनों तक रह सकते हैं।

कैसे करें बचाव :

अपने रहने की जगह और उसके आस पास के इलाकों में सम्पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए। अपने आसपास की जगहों को साफ करके रखने से आप मच्छरों को सरलता से दूर रख सकते हैं।

पानी को किसी जगह इकठ्ठा न होने दें :

किसी जगह पर रुके हुए पानी में मच्छर पनप सकते हैं और इसी से डेंगू भी फैल सकता है। जिन बर्तनों का लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं होना हो उनमें रखे हुए पानी को नियमित रूप से बदलते रहें । गमलों के पानी को हर हफ्ते बदलते रहें। मेनहोल, सेप्टिक टैंक, रुकी हुई नालियाँ और कुएं आदि जगहों को नियमित रूप से चेक करते रहें।

मच्छर मारने वाली मशीन और जाली का उपयोग :

मच्छरों से बचाव के लिए सबसे पहले तो जब भी आप घर से बाहर जाएँ मच्छर से बचाव वाली क्रीम का उपयोग करें और सोने से पहले मच्छरदानी को अच्छी तरह से सेट कर लें।

फिलहाल डेंगू के लक्षण पाए जाने पर नजदीकी अस्पताल में चेक अप करवाएं और स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी जरूर दें। ताकि डेंगू नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें।