पटना। बिहार विधान सभा के अध्यक्ष डॉ प्रेम कुमार ने बिहार मेधा दिवस के अवसर पर कहा कि बिहार सरकार देश के प्रथम राष्ट्रपति के जन्मदिन को बिहार मेधा दिवस के रूप में मना रही है। बिहार ही नहीं देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि किसी विद्यार्थी ने सारे के सारे प्रश्नों का उत्तर लिखकर, किन्हीं पांच प्रश्नों के उत्तर को देख लें लिखकर उत्तर पुस्तिका जमा कर दी।
उत्तर पुस्तिका के जांच के बाद विक्षक ने लिखा परीक्षार्थी वीक्षक से बेहतर जानते हैं। ऐसे मेधावी विद्यार्थी विश्व में विरले हुए हैं, जो बाद में चलकर स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति भी बने। बिहार प्रतिभाओं की उर्वरा भूमि सदा से रही है। हम अपने राज्य से आधिकाधिक संख्या में हर वर्ष आईएएस, आईपीएस, और बैंक पीओ देश की सेवा में देते रहे हैं। हम अपने राज्य के सभी विद्यार्थियों से आग्रह करेंगे कि वे आगामी इंटर और मैट्रिक की परीक्षा तैयारी मन से करें और बेहतर परिणाम लाकर समाज एवं देश की सेवा में अपना अहम योगदान दें। यही हमारी अपेक्षा है।


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